नई दिल्ली । भारत सरकार देश के लोगों के लिए तरह-तरह के कार्ड जारी करती है। इन सभी कार्ड्स का इस्तेमाल अलग-अलग कामों में होता है। मोदी सरकार फ्री इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड जारी करती है। वहीं वोट देने के लिए वोटर कार्ड जारी करती है। इनकम टैक्स और बैंकिंग से जुड़े कामों के लिए पैन कार्ड जारी करती है। पहचान पत्र के तौर पर आधार कार्ड जारी होता है।
साल 2021 में भारत सरकार ने आभा कार्ड भी लांच किया।यह कार्ड बाकी सभी कार्ड से अलग है। कार्ड के न होने से लोगों के काम नहीं रुकते। लेकिन इसके इस्तेमाल आपके काफी कम आसान हो जाते हैं।
आभा कार्ड न होने के नुकसान
आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट यानी आभा कार्ड भारत सरकार की ओर से जारी होने वाला एक डिजिटल हेल्थ कार्ड है। इस कार्ड के अंदर आपका पूरा मेडिकल रिकार्ड मौजूद होता है। इससे आप अपनी हेल्थ रिलेटेड जानकारी बड़ी आसानी से और सेफ्टी के साथ डिजिटल स्टोर कर सकते हैं। जिन लोगों के पास आभा कार्ड नहीं होता। उनके स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी अलग-अलग जगहों पर बिखरी होती है।
जिससे जरूरत के समय पर सारी जानकारी मौजूद नहीं होती और जब आप अस्पताल में इलाज करवाना चाहते हैं। तब आपके पास जरुरी मेडिकल रिकॉर्ड नहीं होता। जिससे फिर इलाज में समस्या आ सकती है। आभा कार्ड होने से आपकी सारी मेडिकल हिस्ट्री एक ही कार्ड में मौजूद रहती है। जिसे डॉक्टर या अस्पताल आसानी से चेक कर सकता है।