मेरठ (हि.स.)। मनमानी का आरोप लगाकर निजी अस्पतालों के विरोध में सरधना के समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक अतुल प्रधान सोमवार से आमरण अनशन पर बैठ गए। इससे पहले अपने समर्थकों के साथ सपा विधायक कलक्ट्रेट पहुंचे थे। समर्थकों ने निजी अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई।
न्यूटिमा अस्पताल प्रकरण में सपा विधायक अतुल प्रधान के खिलाफ मुकदमें के बाद सारा मामला विधायक बनाम निजी डॉक्टर्स बन गया है। सपा मुखिया अखिलेश यादव और अतुल प्रधान ने इस मामले को विधानसभा में भी उठाया तो डॉक्टरों के पक्ष में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक बोले।
सोमवार को सपा विधायक अतुल प्रधान ने कलक्ट्रेट पर अपने समर्थकों के साथ आमरण अनशन शुरू कर दिया। विधायक ने कहा कि निजी अस्पतालों में इलाज के नाम पर खुली मनमानी और लूट चल रही है। इसे पूरी तरह से बंद किया जाए। गलत तरीके से संचालित अवैध अस्पतालों को बंद किया जाए। जनता के लिए वह कुछ भी सहने को तैयार हैं। यह आंदोलन मुकदमा वापसी के लिए नहीं, बल्कि निजी अस्पतालों में चल रही लूट को बंद कराने के लिए है। भाजपा नेता इन लुटेरों के साथ उनकी गोद में बैठे हैं। न्यूटिमा अस्पताल 2014 से बिना नक्शा पास कराए चल रहा है। इस पर कार्रवाई होनी चाहिए।
समर्थकों ने न्यूटिमा अस्पताल प्रकरण में अतुल प्रधान सहित 40 लोगों पर दर्ज मुकदमें को वापस लेने की मांग की। कलक्ट्रेट में घुसने को लेकर विधायक समर्थकों की पुलिस से नोक-झोंक भी हुई।