गाजियाबाद (हि.स.)। एक संक्षिप्त कार्यक्रम के दौरान उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने 10 क्षय रोगियों को गोद लेकर पुष्टाहार वितरित किया। कार्यक्रम के दौरान मौजूद टीबी चैंपियन राजकुमार को उप मुख्यमंत्री ने काफी देर तक दुलारा। दिव्यांग राजकुमार खुद टीबी से ठीक होने के बाद टीबी चैंपियन बनकर 300 क्षय रोगियों का उपचार पूरा करा चुके हैं।
उप-मुख्यमंत्री की ओर से गोद लिए क्षय रोगियों में छह महिलाएं, दो पुरुष और दो बच्चे शामिल हैं। इन सभी को उप-मुख्यमंत्री ने अपने कर-कमलों से पोषण किट प्रदान की। पोषण किट में सोयाबीन, मूंगफली दाना, दलिया और भुना हुआ चना समेत अन्य पौष्टिक आहार शामिल किए गए हैं। उन्होंने क्षय रोगियों को नियमित रूप से दवा खाते रहने और समय-समय पर अपने परिजनों की टीबी जांच कराते रहने की बात कही। साथ ही उप-मुख्यमंत्री ने उनके परिवार का कुशल क्षेम जाना और पूछा कि उपचार में किसी तरह की परेशानी तो नहीं हो रही है। उन्होंने क्षय रोगियों की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि टीबी पूरी तरह ठीक हो जाती है बशर्तें आपने उपचार नियमित रूप से लिया हो। क्षय रोग विभाग के पास अब दुनिया का सबसे बेहतर इलाज उपलब्ध है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ भवतोष शंखधर ने बताया कि टीबी चैंपियन राजकुमार की जीवटता किसी को प्रेरणा देने के लिए पर्याप्त है। मोरटा गांव में रहने वाले राजकुमार अब तक तीन सौ क्षय रोगियों को टीबी मुक्त करा चुके हैं। गांव और आसपास के क्षेत्र में राजकुमार जिसे भी खांसते देखते हैं, उससे पूरी जानकारी हासिल करते हैं और फिर जरूरत लगने पर खुद ही जांच कराने के लिए टीबी केंद्र पर लेकर पहुंच जाते हैं। टीबी के बारे में जागरूकता का उनका काम लगातार जारी रहता है।