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जन्मभूमि परिसर में रामलला के समक्ष पहली बार फहराया गया तिरंगा, देखें तस्वीरें

– गणतंत्र दिवस पर संतों ने स्वच्छता कर्मियों का किया अभिनंदन

अयोध्या  (हि.स.)। गणतंत्र दिवस पर श्रीरामजन्मभूमि परिसर में पहली बार रामलला के समक्ष तिरंगा फहराया गया। इसके अलावा अयोध्या के विभिन्न मठ मंदिरों के अलावा गुरुकुलों में तिरंगा फहराकर बटुकों को मिष्ठान वितरण के साथ-साथ अंग वस्त्र एवं दक्षिणा भी भेंट की गयी। वहीं रामलला के दर्शन करने आये श्रद्धालुओं के हाथों में भगवा पताका के स्थान पर तिरंगा झण्डा दिखा। विश्व हिन्दू परिषद ने आज के दिन को भारत की सांस्कृतिक स्वतंत्रता का पहला गणतंत्र करार दिया है।

इसके अलावा मणिरामदास जी की छावनी, कारसेवकपुरम और मणि पर्वत के पास स्थित तीर्थपुरम क्षेत्र में जहां पर संतों के निवास बनाये गये थे वहां पर भी 26 जनवरी के अवसर पर तिरंगा फहराया गया। कारसेवकपुरम में विश्व हिन्दू परिषद के संरक्षक दिनेशचन्द्र और तीर्थक्षेत्रपुरम में विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त महामंत्री कोटेश्वर ने तिरंगा फहराया। वहीं मणिराम दास छावनी में बनी टेंट सिटी में गणतंत्र दिवस के अवसर पर स्वच्छता कर्मियों का अभिनन्दन कर सामाजिक समरसता का संदेश दिया गया। इस अवसर विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय मंत्री हरिशंकर त्रिपाठी,केदारनाथ के बाबा धर्मानन्द सरस्वती व नारायण दास देवरहा ने टेंट सिटी के संत निवास में लगे स्वच्छताकर्मी,राजमिस्त्री,प्लम्बर,बिजलीकर्मी व मजदूरों का तिलक लगाकर व मिठाई खिलाकर अभिनन्दन किया।

मणिराम दास छावनी के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विहिप के केन्द्रीय मंत्री हरिशंकर त्रिपाठी ने कहा कि भारत चहुंओर प्रगति के पथ पर आगे बढ़े यह हमसब का दायित्व है।

नारायण दास देवरहा ने कहा कि हमें भेदभाव को त्यागकर अन्तिम पंक्ति के व्यक्ति को आगे लाने के लिए हम सब को मिलकर काम करना होगा।

बाबा धर्मानन्द सरस्वती ने कहा कि पूरा भारत राम के नाम पर एक हो गया है। हमें समरस भारत बनाना है। मणिराम छावनी के कार्यक्रम में मध्य भारत के क्षेत्र संगठन मंत्री मनोज वर्मा,विहिप के प्रान्त सह मंत्री रंदीप पोखरियाल,सोहन विश्वकर्मा,मोनी सिंह, सुशिचा व अविनाश उपस्थित रहे।

भारत की सांस्कृतिक स्वतंत्रता का पहला गणतंत्र

तीर्थपुरम क्षेत्र में गणतंत्र दिवस समारोह को संबोधित करते हुए विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय मंत्री अजय पारिक ने कहा कि 500 वर्षों के संघर्ष के बाद 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई। भगवान की कृपा से ही हम आज गणतंत्र दिवस मना रहे हैं। जो सम्पूर्ण देश का गण रामोन्मुख हुआ है। अपने देश का तंत्र धीरे-धीरे क्रमशः राम की मर्यादा के अनुरूप उसी दिशा में बढ़ रहा है। यह सब बातें हमको सार्थक गणतंत्र बनने की दिशा में ले जा रही है यह सब प्रभु कृपा के कारण हो रहा है।

विश्व हिन्दू परिषद के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्र संगठन मंत्री सोहन सिंह सोलंकी ने कहा कि इस वर्ष का गणतंत्र दिवस भारत की सांस्कृतिक स्वतंत्रता को लेकर गणतंत्र का उदय हुआ है। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहला गणतंत्र दिवस है। इसलिए राम के आदर्शों पर चलकर भारत का गणतंत्र मजबूत होगा। रामराज्य में न किसी को भय न किसी को रोग न किसी को कष्ट, सभी सुखी सम्पन्न सर्वेभवन्तु सुखिनाः सर्वे सन्तु निरामयः का भाव लेकर भारत दुनिया को शान्ति का संदेश देगा। दुनिया को जियो और जीने दो का संदेश देगा। हम सब भारत के गणतंत्र में आस्था व श्रद्धा रखते हुए अपने अपने कर्तर्व्यों का पालन करते हुए अपने देश को सर्वश्रेष्ठ बनाएं।

इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद के पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के क्षेत्र संगठन मंत्री गजेंद्र सिंह ने आभार व्यक्त किया।

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