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जंगल में मिला कंकाल, पिता ने कपड़ों से की लापता पुत्र की शिनाख्त

फाइल फोटो 

हमीरपुर (हि.स.)। बिवाँर थाना क्षेत्र के चिलेहटा जंगल में सोमवार को लकड़ी काटने गए बाँधुर खुर्द निवासी चंद्रपाल वर्मा को गाँव के जंगल में बने गौशाला से कुछ दूरी पर मिट्टी में दबा एक कंकाल मिला। जिसके कपड़ों (टीशर्ट और लोवर) की शिनाख्त उसने अपने एक साल पहले लापता हुए नाबालिग पुत्र अरविन्द (16) के रूप में की।

यह मामला उसने थाना बिवाँर जाकर बताया तो पुलिस ने वहाँ पहुंची और कंकाल को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। चंद्रपाल वर्मा ने बताया कि उसका पुत्र बीते साल 10 मार्च 2023 को ठीक रंग वाली होली की रात गायब हो गया था। उसने बताया कि बहुत ढूंढने पर जब उसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं मिल सकी तो 17 मार्च को थाना बिवाँर में गुमशुदगी की तहरीर दी थी लेकिन पुलिस गुमशुदगी दर्ज करने में हीलाहवाली करती रही।

थाना प्रभारी ने राकेश सरोज ने बताया कि रिपोर्ट थाना बिवाँर में बीते 6 अप्रैल 2023 को दर्ज हुई थी। यहाँ एक खास पेंच यह है कि पीड़ित पिता के अनुसार ठीक उसी रात पड़ोस के गाँव छेणी बसायक की एक युवती थाना कबरई के सिचौरा गाँव निवासी एक युवक के साथ घर से भागी थी और उसी युवक के साथ अरविंद को भी दिन के समय देखा गया था। पीड़ित चंद्रपाल ने बताया कि लड़की भागने के चार महीनों बाद दोनों युवक-युवती बरामद कर लिए गए थे, हालांकि पुलिस ने इस बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया।

पीड़ित ने आरोप लगाया कि उसने थाना के अनगिनत चक्कर काटें, लेकिन पुलिस ने कोई खास दिलचस्पी नहीं ली और उसके पुत्र को नहीं खोज सकी, जिसका अंजाम उसके पुत्र की मौत के रूप में उसके सामने आया। पीड़ित के अनुसार उसने सारे घटनाक्रम की कड़ियाँ जोड़ते हुए थाना बिवाँर में उसके पुत्र के अपहरण और हत्या की आशंका भी जताई थी।

थाना प्रभारी राकेश सरोज ने सोमवार को बताया कि कंकाल का पोस्टमार्टम और डीएनए टेस्ट करवाया जाएगा तभी पुष्टि हो सकेगी कि वह नर कंकाल है या किसी स्त्री का कंकाल।

बता दें कि मृतक दो भाइयों में छोटा था जो पिता के साथ खेती-बाड़ी के कामों में हाथ बंटाता था। लापता पुत्र की दर्दनाक मौत से माता-पिता व अन्य परिजन बेहाल हैं।

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