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चार सौ रुपये के लिए दोस्त ने ही की थी मित्र की हत्या,दो गिरफ्तार; जानिए क्या है पूरा मामला

 

गाजियाबाद, (हि.स.)। थाना खोड़ा पुलिस ने व्यक्ति की हत्या खुलासा शुक्रवार को कर दिया। इस व्यक्ति की हत्या उसके दोस्तों ने महज 400 रुपये के लिए कर दी। उनकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त आला कत्ल 01 चाकू बरामद बरामद कर लिया है।

 

डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष पाटिल ने एक पत्रकार वार्ता में बताया कि गुरुवार को दिनेश मिश्रा मिश्रा(55)नामक व्यक्ति की चाकू मारकर हत्या कर दी गयी थी।

थाना खोड़ा पर लिखित तहरीर दी गई कि वादिया का बड़ा भाई नेहरू गार्डन पोस्ट आफिस वाली गली के निवासी दिनेश मिश्रा मिश्रा(55) का शव कमरे से खून से लथपथ अवस्था में बरामद हुआ था। मामले की रिपोर्ट बहन मधु ने दर्ज कराई थी। हत्याकांड के खुलासे के लिए टीमों का गठन किया गया।

टीमों ने सीसीटीवी कैमरे व मैनुअल इनपुट की मदद से आज में मदन लाल निवासी वन्दना एन्कलेव, मूल निवासी लोधाटीपुर थाना औरास जनपद उन्नाव तथा भूरा उर्फ शहीद कुरैशी निवासी मंगल बाजार पीर मस्जिद के पीछे गिरफ्तार किया गया।

पूछताछ में अभियुक्त भूरा उर्फ शहीद ने बताया कि लगभग 05-06 महिने पहले दिनेश मिश्रा से दो हजार रुपये-उधार लिये थे। दिनेश मिश्रा के रुपये वापस कर दिये। मेरे पास लगभग 600 रुपये ब्याज के रह गये थे, दो जनवरी को दिनेश मिश्रा मेरी मीट की दुकान पर आये और वहां सभी के सामने अपने ब्याज के रुपये मांगने लगे। उन्हें 200 रुपये दिये और बाकि पैसे बाद में देने को कहा। इसी बात पर उन्होने मुझे सबके सामने काफी उल्टा सीधा कहा व मुझे एक थप्पड़ भी मारा। फिर मैं मदनलाल के घर गया दिनेश मिश्रा को भी उनके कमरे पर ही बुलाया और मैने शराब मंगवायी तथा मदनलाल का बेटा अंकुश, मैं और दिनेश मिश्रा चारों ने शराब पी और सब अपने-अपने घर चले गये। मैंने रात्रि में भी एक चक्कर दिनेश मिश्रा के कमरे पर मारा था, परन्तु गेट बंद था, दूसरे दिन 03जनवरी को मैं मदनलाल के पास आया और कहा चलो तुम्हें कुछ खिलाता पिलाता हूँ। हम और मदनलाल लगभग 10.30 बजे शराब के ठेके पर गये और वहां से शराब लेकर अपनी पुरानी दुकान के पास आये और वहां पर हमने शऱाब पी। इसके बाद मुझे अपना बदला लेने की बात दिमाग में आयी और हम दोनों दिनेश मिश्रा के कमरे पर पहुंचे तो वह अपने कमरे में चारपाई के पास नीचे जमीन पर बैठा था, जिसका मुंह अन्दर किचन की तरफ था। उसके पीठ में चाकू भौंक दिया और मदनलाल बाहर दरवाजे पर खड़ा था, फिर हम दोनों कमरे से बाहर निकले और मदनलाल ने फिर दरवाजा बंद कर दिया। जिससे उसकी मौत हो गई।

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