नई दिल्ली (ईएमएस)। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने कहा है कि 22 जनवरी को मंदिर के उद्घाटन के अगले ही दिन यानी 23 जनवरी से ही जनता को भगवान राम के दर्शन की अनुमति दे दी जाएगी। अयोध्या में अचानक बड़ी भीड़ से बचने के लिए विभिन्न राज्यों के लोगों से अलग-अलग दिन पर मंदिर के दर्शन के लिए आने की अनुमति दी गई है।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा है कि मंदिर के उद्घाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सर संघचालक मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल और सभी ट्रस्टी राम मंदिर के प्रांगण में उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा कई अन्य गणमान्य भी राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम के साक्षी बनेंगे।
चंपत राय ने कहा कि उद्घाटन कार्यक्रम को देखते हुए विशेष टेंट सिटी बसाई गई है। ठंड के मौसम को देखते हुए इन एयरटाइट टेंट्स में हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराईं जा रही हैं। यह सुविधा अयोध्या आने वाले ऋषि-मुनियों, संतों और सामान्य भक्तों के लिए उपलब्ध होगी। इस अवसर पर डॉक्टर, छोटा अस्पताल, दवाएं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एंबुलेंस और अन्य संसाधन मौजूद होंगे। चौबीस घंटे चलने वाले भोजनालय और दो हजार से अधिक शौचालय की भी व्यवस्था की गई है। ट्रस्ट के अनुसार, इस तरह की हर तैयारी को 15 जनवरी तक अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
इंटरनेट कनेक्शन उपलब्ध कराने की कोशिश रहेगी
राम मंदिर उद्घाटन के अवसर पर अयोध्या में लोगों का भारी जमावड़ा होगा। ट्रस्ट का प्रयास है कि इस दौरान लोगों को मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट कनेक्टिविटी की समस्या न हो। इसके लिए कुछ कंपनियों से बात करके इतनी बड़ी संख्या में भी लोगों को नेटवर्क और इंटरनेट की समस्या न हो, इसका प्रयास किया जा रहा है।
ठंड से बचने के लिए जलेंगे अलाव
ठंड में लोगों को परेशानी न हो, इसे देखते हुए जगह-जगह पर लगातार अलाव जलाने की व्यवस्था भी की गई है। इसके लिए पर्याप्त मात्रा में लकड़ी की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। पार्किंग से लेकर सुरक्षा जांच तक हर तरह की व्यवस्था की गई है। लोगों को निवास से लेकर मंदिर स्थल तक भक्तों को ले जाने के लिए विशेष वाहनों की व्यवस्था की गई है।