नई दिल्ली (ईएमएस)। अगले माह दीवाली बाद से देश में बैंड, बाजा, बारात का सीजन शुरु हाने वाला है। इससे 4.25 लाख करोड़ रुपये का कारोबार होने की संभावना है। जानकार बता रहे हैं कि अगले महीने से शुरू हो रहे शादियों के सीजन में जमकर बिकवाली का अनुमान है। क्योंकि नवंबर-दिसंबर में लाखों शादियां होने की संभावना है, जिनसे पिछले साल की तुलना में इस साल अधिक कारोबार होने का अनुमान है। गौरतलब है कि शादियों के दौरान सोने-चांदी के आभूषण, साड़ी, लहंगा-चुन्नी, फर्नीचर, रेडीमेड कपड़े, कपड़े, जूते, शादी और ग्रीटिंग कार्ड, मेवे, मिठाइयां, फल, पूजा सामग्री, किराना, खाद्यान्न, सजावट का सामान, इलेक्ट्रॉनिक्स और कई उपहार आइटम आदि की खूब मांग रहती है। मैरिज हॉल, बेंड, डीजे, टेंट आदि कारोबारियों को भी कारोबार मिलता है। इस मामले में कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि इस वर्ष 23 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच देश भर में लगभग 35 लाख शादियां संपन्न होने का अनुमान है। शादी से संबंधित सामानों की खरीद से इस दौरान 4.25 लाख करोड़ रुपये का खर्च इस सीजन में होने की संभावना है।
उन्होंने बताया कि पिछले साल इसी अवधि में करीब 32 लाख शादियां हुईं और खर्च 3.75 लाख करोड़ रुपये आंका गया था। दिल्ली में इस सीजन में 3.5 लाख से अधिक शादियों से करीब 1 लाख करोड़ रुपये का कारोबार होने की संभावना है। कैट की आध्यात्मिक एवं वैदिक ज्ञान समिति के अध्यक्ष एवं प्रख्यात वैदिक विद्वान आचार्य दुर्गेश तारे के अनुसार नक्षत्रों की गणना के अनुसार नवंबर में विवाह की तिथियां 23, 24, 27, 28, 29 हैं, जबकि दिसंबर माह में 3, 4,7, 8, 9 और 15 तारीखें विवाह के लिए शुभ दिन हैं। उसके बाद तारा एक महीने के लिए मध्य जनवरी तक डूब जाता है और फिर मध्य जनवरी से शुभ दिन शुरू हो जाएंगे।
महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि इस शादी सीजन में करीब 6 लाख शादियों में प्रति शादी 3 लाख रुपये का अनुमानित खर्च आएगा, जबकि करीब 10 लाख शादियों में प्रति शादी करीब 6 लाख रुपये, 12 लाख शादियों में प्रति शादी लगभग 10 लाख खर्च होंगे। 6 लाख शादियों में प्रति शादी 25 लाख खर्च होंगे। 50 हजार शादियों में प्रति शादी 50 लाख खर्च होंगे, जबकि 50 हजार शादियां ऐसी होंगी जिनमें 1 करोड़ या उससे अधिक पैसे खर्च होंगे। कुल मिलाकर इस एक महीने में शादी के सीजन में खरीदारी से करीब 4.25 लाख करोड़ रुपये का व्यापार होगा।