गाजियाबाद (हि.स.)। महापौर सुनीता दयाल ने रविवार को एक हैरान करने वाला मामला पकड़ा है। महापौर ने वैशाली से आते समय मोहन नगर चौराहे पर गाजियाबाद नगर निगम लिखे दो डम्फर पकड़े हैं। जिनमें तेल तो नगर निगम से डलवाया जा रहा था और इस्तेमाल एक कम्पनी के निजी कार्य में किया जा रहा था।
महापौर ने बताया कि उन्होंने देखा कि एक ट्रक में मलबा है और दूसरे में डस्ट है। महापौर ने गाड़ी रोकी और ड्राइवर से जानकारी प्राप्त की तब पता चला कि गाड़ी नेचर ग्रीन कंपनी का वेद प्रकाश नामक व्यक्ति चलवाता है। दिन में लगभग 2 चक्कर लगते हैं प्रत्येक चक्कर का 25 लीटर डीजल मिलता है और यह मलबा मोरटा साइट पर जा रहा है और पेपर मील की डस्ट सिहानी गार्बेज फैक्ट्री जा रही है। महापौर ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी से फ़ोन पर बात की तो बताया गया कि अगर निगम किसी प्राइवेट वाहन का प्रयोग करता है तो वह वाहन प्राइवेट कार्य नहीं कर सकता है। तब महापौर ने कहा कि फिर क्यों न नेचर ग्रीन का कार्य निरस्त किया जाए? महापौर ने मौके पर सफाई निरीक्षक को बुलाकर दोनों गाड़िया सोपी और कार्यवाही के निर्देश दिए।
-वैशाली में प्राइवेट कम्पनी का कार्य में हो रहा निगम के पीने के पानी का दोहन
रामप्रस्था ग्रीन वैशाली में एक प्लॉट में निगम का पानी का टैंक महापौर को खड़ा मिला जिसके आस पास रेत, डस्ट, रोड़ी, सीमेंट आदि भी रखा था प्रतीत हो रहा था कि किसी को फायदा पहुचने के लिए पानी के टैंक द्वारा जल का दुरुपयोग किया जा रहा है। मौके पर अवर अभियंता के वार्ता की गई, जिसमें बताया गया कि जन्माष्टमी पर कार्यक्रम के दौरान वही खड़ा किया हुआ था। तब महापौर ने सख्ती दिखाते हुए कहा कि एक माह से उक्त स्थल पर ही टैंक खड़ा हुआ है क्या। आपको पता नहीं की कार्यक्रम समाप्त हो गया तो टैंक को निगम में खड़ा किया जाए। ये लापरवाही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।