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क्या भविष्य में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लोगों की नौकरी खा जाएगी?

-क्रेड के संस्थापक कुणाल शाह ने किया आगाह

नई दिल्ली (ईएमएस) । वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक) प्लेटफॉर्म क्रेड के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुणाल शाह ने कहा कि, आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) आने वाले 10 वर्षों में नौकरियों के लिए खतरा पैदा कर सकती है। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि बहुत से लोग एआई से जुड़े जोखिमों को कम आंकते हैं, इसकी तुलना चैटजीपीटी जैसी सरल चीज़ से करते हैं। मुंबई में आयोजित ग्लोबल फिनटेक फेस्ट में बोलते हुए उन्होंने कहा कि हम एआई के जोखिम को फिलहाल महसूस नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा, लोग सिर्फ यह समझ रहे हैं कि एआई चैट जीपीटी है मगर इसके दूरगामी परिणाम नहीं समझ पा रहे हैं। मगर मैं यह दावे के साथ कह सकता हूं कि आज जिन लोगों के पास नौकरियां हैं उनमें 90 फीसदी के पास अगले 10 वर्षों में नौकरियां नहीं रहेंगी या उनकी नौकरियां का कोई मतलब नहीं रह जाएगा।

शाह ने कहा कि हम लोग स्वयं को और अधिक काबिल बनाने में पिछड़ रहे हैं। शाह ने कहा कि काश ऐसा हो पता कि मैं अपने आप का एक प्रतिरूप (क्लोन) तैयार कर लेता और 10 कंपनियां खड़ी कर लेता। मैंने अब तक किसी एआई कंपनियों में निवेश नहीं किया है क्योंकि मैं इनमें किसी में भी अच्छी गुणवत्ता नहीं देखी है। शाह ने कहा कि उन्होंने केवल स्टार्टअप कंपनियों में निवेश किया है। हालांकि, उन्होंने कहा कि भारत में स्टार्टअप कंपनियां एक कठिन दौड़ से गुजरने वाली हैं क्योंकि संस्थापकों को लगता है कि बिना पूंजी स्टार्टअप इकाइयों का वे परिचालन नहीं कर सकते।

शाह ने कहा कि मुझे लगता है कि हमें एक अरब डॉलर से अधिक मूल्यांकन वाली कंपनियों की सराहना बंद करनी चाहिए। इसके बजाय हमें उन लोगों की सराहना करनी चाहिए जिनके पास पूंजी का भंडार है।उन्होंने कहा, ‘मैं म्युचुअल फंड या स्टॉक में निवेश नहीं करता हूं बल्कि केवल स्टार्टअप कंपनियों मे निवेश करता हूं। मैं केवल लाभ कमाने के ऐसा लिए नहीं करता हूं बल्कि इन कंपनियों को आगे बढ़ाने के लिए मेहनत करता हूं।शाह ने कहा कि मुझे लगता है कि भारत अच्छी एआई कंपनियां तैयार कर सकता है और संभवतःआगे चलकर हमें ऐसी अच्छी कंपनिया देखने को मिल सकती हैं।

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