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कौशांबी में ट्रिपल मर्डर : सोते वक्त दलित पिता-बेटी और दामाद की हत्या, बेकाबू भीड़ ने कई घरों को फूंका, बवाल शुरू

कौशांबी में ट्रिपल मर्डर हुआ है। यहां दलित पिता, बेटी और दामाद की गोली मारकर हत्या कर दी गई। रात में सोते वक्त तीनों की हत्या की गई। चारपाई में तीनों के खून से लथपथ शव मिले। वारदात का पता शुक्रवार सुबह 6 बजे उस वक्त चला जब आसपास के लोग पहुंचे। लोग भड़क गए। आगजनी-बवाल शुरू कर दिया। गुस्साए लोगों ने पड़ोस के 7-8 घरों को फूंक दिया। शक है कि जमीनी विवाद में वारदात को अंजाम दिया गया है। घटना संदीपन घाट क्षेत्र की है।

ADG, कमिश्नर, IG, SP और चायल और सिराथू के CO मौके पर मौजूद हैं। वारदात के बाद जिले भर की फोर्स और 3 PAC की बटालियन मौके पर पहुंच गई है। एसपी और प्रशासन के अफसर हालात को कंट्रोल करने की कोशिश रहे हैं। इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया है। जगह-जगह बैरिकेडिंग कर दी गई है।

हालांकि, हालात अभी कंट्रोल में नहीं हैं। नाराज लोग जगह-जगह पथराव और आगजनी कर रहे हैं। ​​​पीड़ित परिवार की महिलाओं ने पथराव करना शुरू कर दिया। तहसीलदार पुष्पेंद्र गौतम का सिर फट गया। वहीं, 6 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।

बेटी-दामाद के साथ विवादित जमीन पर रहता था बुजुर्ग
पुलिस के मुताबिक, मृतक की शिनाख्त होरीलाल (62), उनकी बेटी बृजकली (22) और दामाद शिवसागर (26) के तौर पर हुई है। संदीपन घाट पर होरीलाल की जमीन का पट्‌टा है। आस-पास के कुछ लोगों से इसी जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। इसे लेकर होरीलाल ने विवादित भूमि पर झोपड़ी डालकर अपना कब्जा कर रखा है। दामाद और बेटी भी झोपड़ी में साथ ही रहते थे। शिवसागर ने पास में ही किराए की दुकान लेकर सहज जनसेवा केंद्र खोल रखा था।

होरीलाल का इसी झोपड़ी से थोड़ी दूर पर घर है। वहां उनकी पत्नी और दो नाती रहते हैं। गुरुवार देर शाम होरीलाल, बेटी-दामाद के साथ झोपड़ी में आ गए। यहीं, चारपाई बिछाकर बाहर सो गए। सुबह जब आस-पास के लोग जगे, तो उन्होंने तीनों की चारपाई में खून से लथपथ लाश देखी। इसके तुरंत बाद परिवार भी पहुंच गया।

उठने का मौका नहीं दिया, सोते में ही मारी गोली

शुरुआती जांच के आधार पर पुलिस का कहना है कि तीनों को सोते वक्त ही गोली मारी गई है। उनको उठने तक का मौका नहीं दिया गया है। होरीलाल के सिर पर जबकि बेटी के गले और दामाद के सीने में गोली मारी गई है। अहम बात यह है कि 3 बुलेट फायर हुई, उसके बाद भी आस-पास के किसी को हत्या का पता नहीं चल पाया।

जब सुबह परिवार और रिश्तेदार पहुंचा तो झोपड़ी के आसपास के 8-9 घरों में ताला बंद था। ऐसे में गुस्साए लोगों का शुरुआती शक इन्हीं पर गया। इसके बाद आगजनी शुरू कर दी। 7-8 घरों को फूंक दिया। इन घरों में कोई सदस्य नहीं था। ये लोग पहले ही फरार हो गए थे।

2010 में विवादित जमीन का हुआ था पट्टा
मृतक के परिवार में होरीलाल की पत्नी और बेटी दामाद के बच्चे ही बचे हैं। साल 2010 में विवादित जमीन का पट्टा हुआ था। 3 साल से होरी लाल अपनी एक बीघा जमीन पर कब्जे की मांग कर रहा था। 2 दिन पहले गांव में चकबंदी अधिकारियों ने नाप कर पट्टा धारकों को जमीन नाप कर दी थी। उसके बाद जमीन पर लोग निर्माण करा रहे थे। आरोपी सुभाष पक्ष जमीन को अपनी पुश्तैनी जमीन बताकर कब्जा करने की कोशिश में लगा था। नाप कर अलग की गई जमीन पर मृतक होरी लाल छप्पर बनाकर उसी में सोता था। वारदात के समय भी वह बेटी और दामाद के साथ सो रहे थे।

एक ही जमीन पर बता रहे थे दोनों पक्ष कब्जा

पड़ोसियों और रिश्तेदार ने बताया कि 54 बीघा की सरकारी जमीन पर गांव के कुछ लोगों का कब्जा है। उसी जमीन में एक बीघे पर होरीलाल का भी कब्जा था। वहीं, होरीलाल के पड़ोसी भी इसी जमीन पर कब्जा बता रहे थे। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद था।

गुरुवार को होरीलाल ने इस मामले में क्षेत्रीय सांसद विनोद सोनकर से मुलाकात की थी। सांसद ने होरीलाल को कब्जा दिलवाने का आश्वासन भी दिया था। इसी बात को लेकर पड़ोसी से कल शाम को विवाद भी हुआ था। रात में यह वारदात हो गई। होरीलाल के पड़ोसी मौके से फरार हैं।

मौके पर अभी बवाल जारी है। परिजनों ने शवों को पुलिस को नहीं सौंपा है। परिजनों कहना है कि पहले आरोपियों की गिरफ्तारी हो, इसके बाद शवों को सौंपेगे। मृतक के परिवार की महिलाओं से पुलिस की झड़प भी हुई है। महिलाएं आरोपियों के घरों में घुसने की कोशिश कर रही है। महिलाएं आरोपियों के घरों में आग लगाने की कोशिश कर रही हैं।
मौके पर प्रयागराज के एडीजी पुलिस भानु भास्कर, कमिश्नर और IG, SP ब्रजेश श्रीवास्तव, चायल और सिराथू के सीओ मौजूद है। 100 पुलिस कर्मी हालात को काबू करने में लगे हैं। घटना स्थल से आधा किमी की दूरी पर बवाल की स्थिति है।

पीड़ित परिवार की महिलाओं ने पथराव करना शुरू कर दिया है। पत्थर लगने से चायल के तहसीलदार पुष्पेंद्र गौतम का सिर फट गया है। वहीं 6 पुलिस कर्मी भी घायल हुए हैं। मौके पर हालात बेकाबू है। पीड़ित परिवार की महिलाएं आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रही है।

ग्रामीण महिला ने बताया कि घटना के बाद लोगों ने घरों में आग लगा दी है। मेरा भी घर जल गया है। जबकि मेरा इन लोगों से कोई लेना देना नहीं है। सारा सामान बाहर फेंक दिया है। मेरा नल भी तोड़ दिया है। हम लोग सो रहे थे। अचानक बवाल होने लगा है। जब तक हम लोग कुछ समझ पाते आग लगा दी। हम लोग गांव से बाहर भाग आए हैं।

मौके पर आईजी चन्द्र प्रकाश और कमिश्नर विजय विश्वास पंत मौके पर पहुंचे हैं। अफसरों ने मृतक के साढ़ु (पत्नी की बहन के पति) से बात कर घटना का जायजा लिया है। मृतक के साढ़ू ने कहा कि प्रशासन से वह लगातार कब्जा कराए जाने की मांग कर रहे थे, किसी ने नहीं सुनी। मृतक के परिवार में अब कोई कमाने वाला नहीं बचा है।

प्रयागराज कमिश्नर ने दिए जांच के आदेश
प्रयागराज कमिश्नर विजय विश्वास पंत ने मामले मे जांच के आदेश दिए हैं। सबसे पहले आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की 3 टीमें बनाई गई है। जिसमे सर्विलांस, SOG, थाना पुलिस, CO चायल के नेतृत्व में काम करेंगी। राजस्व टीम का गठन कर डीएम से बात बात करने को कहा है।

SP ब्रजेश श्रीवास्तव ने बताया कि घटना संदीपन घाट थाना क्षेत्र के हररायपुर की है। जहां पासी बिरादरी के ससुर, बेटी और दामाद की हत्या कर दी गई है। वहीं, बताया जा रहा है कि मृतक बेटी गर्भवती भी थी। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने कई घरों में आगजनी भी कर दी है। घटना के संबंध में चार लोगों के खिलाफ तहरीर प्राप्त हुई है। आरोपियों के गिरफ्तारी के प्रयास जारी है। घटना की सूचना पर भारी मात्रा में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और मामले को कंट्रोल करने में जुटी हुई है। फायर ब्रिगेड भी बुलाई गई है। लोगों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है।

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