छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में जिन नामों की सबसे ज्यादा चर्चा थी उनमें से किसी को सीएम नहीं बनाया गया। विष्णु देव साय और मोहन यादव सुर्खियों में अचानक से आ गए। चौंकाने वाले नामों ने राजस्थान के दिग्गजों की धड़कनें बढ़ा दी हैं। कौन होगा प्रदेश का मुखिया इसे लेकर अटकलों का बाजार गर्म है।
भाजपा नेतृत्व ने फिर चौंकाया
छत्तीसगढ़ में आदिवासी सीएम विष्णु देव साय, मध्य प्रदेश में मोहन यादव का नाम सामने आते ही सब राजस्थान की ओर देखने लगे हैं। सवाल फिर तैर रहा है कि क्या यहां भी सरप्राइजिंग एलिमेंट होगा? या वही जिसकी चर्चा सबसे ज्यादा? या फिर रखा जाएगा सोशल इंजीनियरिंग का खास ख्याल?
फेहरिस्त में कौन-कौन?
सभी कयासों को धत्ता बता कर पर्यवेक्षक मंडल ने विधायकों से विचार विमर्श किया और छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश में दो ऐसे नाम चुने जिनकी बात कोई नहीं कर रहा था। नाम ऐसे जिन्होंने जमीन पर काम तो खूब किया लेकिन मीडिया की सुर्खियां नहीं बने। तो अब राजस्थान को लेकर भी यही कहा जाने लगा है। सूची में वसुंधरा राजे सिंधिया, दीया कुमारी, गजेन्द्र सिंह शेखावत, ओम बिड़ला, राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़, अर्जुन राम मेघवाल तक के नाम शामिल हैं। लेकिन जैसा फैसला दो हिंदी पट्टी राज्यों में लिया गया कुछ ऐसा ही आने की सुगबुगाहट खूब हो रही है।
सोशल इंजीनियरिंग में फिट कौन!
भाजपा ने अब तक दोनों प्रदेशों के समीकरण का ख्यास ख्याल रखा है। नजर मिशन 2024 पर भी है। छत्तीसगढ़ की आबादी में लगभग 33 फीसदी योगदान आदिवासियों का है तो मध्यप्रदेश में ओबीसी की आबादी 48 फीसदी के करीब है। राजस्थान में भी करीब 35 से 40 फीसदी ओबीसी हैं। यहां भाजपा के साथ राजपूत खड़ा दिखता है। राजस्थान की सियासत में रजवाड़ों का भी बड़ा योगदान रहता है। करीब 22 रजवाड़े हैं जो राजस्थान ता राज तय करते हैं। तो क्या इस बार भी ऐसा कुछ होगा!
क्या महिला सीएम संभालेगी कमान
वसुंधरा राजे सिंधिया पंक्ति में सबसे आगे खड़ी हैं, लेकिन पिछले दो दिनों में जिस तरह की पिक्चर उभर कर आई है उसमें सुर्खियों वाले नाम पर विराम लगता ही दिखा है। अगर ऐसा हुआ तो फिर कौन होगा अगला CM? महिला सीएम और रजवाड़ों का समीकरण मिला कर आगे बढ़ें तो वसुंधरा राजे के अलावा दो नाम सामने आते हैं एक जयपुर घराने की राजकुमारी दीया कुमारी और दूसरी बीकानेर राजघराने से ताल्लुक रखने वाली सिद्धि कुमारी। तो क्या वो सरप्राइजिंग नाम जिसकी अभी चर्चा तक नहीं हो रही वो सिद्धि कुमारी होंगी!