भारत को वर्ल्ड कप जिताने के बाद विराट कोहली ने टी-20 इंटरनेशनल से संन्यास ले लिया। वह साउथ अफ्रीका के खिलाफ फाइनल के प्लेयर ऑफ द मैच बने, उन्होंने 76 रन की अहम पारी खेली। मैच के बाद विराट ने कहा, ‘यह मेरा आखिरी टी-20 मैच था, इसलिए उसी तरह खेला। अब नई जनरेशन बागडोर संभाले।’
विराट ने साउथ अफ्रीका के फाइनल में हीरो जैसी भूमिका निभाई। इससे पहले वर्ल्ड कप के 7 मैचों में उनका टोटल स्कोर 75 रन था। अकेले फाइनल में उन्होंने 76 रन की पारी खेल डाली।
मीडिया ने पहले ही अपनी रिपोर्ट में इस बात की पूरी संभावना जाहिर की थी। इस रिपोर्ट में बताया गया था कि विराट क्यों बड़े मैचों के गेमचेंजर हैं। आप भी पढ़िए यह रिपोर्ट…
कोहली की 5 मैच विनिंग परफॉर्मेंस
1. वनडे वर्ल्ड कप फाइनल 2011
मुंबई के वानखेड़े में श्रीलंका के खिलाफ इंडिया 275 रन का पीछा कर रही थी। सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग आउट हो चुके थे। सिर्फ 31 रन बने थे। पार्टनरशिप चाहिए थी। कोहली ने सिर्फ 35 रन की पारी खेली, लेकिन गंभीर के साथ मिलकर 83 रन की साझेदारी की। रन चेज में खराब शुरुआत से इंडिया को निकाल लिया।
2. चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल 2013
इंग्लैंड-इंडिया का ये 50-50 ओवर का मैच बारिश के चलते 20-20 ओवर का हो गया था। इंडियन टीम 7 विकेट पर सिर्फ 129 रन बनाए। इसमें कोहली का योगदान 43 रन का था। दोनों टीमों की तरफ से हाईएस्ट स्कोरर कोहली थे। भारत यह मैच जीत गया।
ये सेमीफाइनल इंडिया और साउथ अफ्रीका के बीच खेला गया। साउथ अफ्रीका ने इंडिया को 173 रन का टोटल दिया था। विराट कोहली ने 72 रन की नाबाद पारी खेली। 19वें में टारगेट चेज कर लिया।
भारत सुपर 10 मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया से खेल रही थी। सेमीफाइनल पहुंचने के लिए इंडिया को जीत चाहिए थी। ऑस्ट्रेलिया ने 161 का टारगेट दिया था। भारत ने 14 ओवर में 94 रन बनाए थे। 6 ओवर में इंडिया का स्कोर 23 रन था। 138 जीत के लिए चाहिए थे और कोहली बैटिंग पर आए। शुरू में समय लिया, लेकिन बाद में तेजी से बल्लेबाजी की। 9 चौके और 2 सिक्स लगाए। 82 रन की नाबाद पारी खेलकर जीत दिला दी।
ग्रुप 2 मुकाबले में भारत और पाकिस्तान आमने-सामने थीं। पाकिस्तान ने इंडिया को 160 रन का टारगेट दिया था। पाकिस्तानी पेसर्स ने 31 रन पर भारत के 4 विकेट गिरा दिए थे। कोहली क्रीज पर थे, नाबाद 82 रन की पारी खेली। हार्दिक के साथ 113 रन की साझेदारी की और भारत को असंभव सी जीत दिला दी।
विराट ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ फाइनल मैच के पहले ही ओवर में मार्को यानसन के खिलाफ 3 बाउंड्री लगाई। यहीं से वह सेट नजर आए, लेकिन भारत ने 34 रन के स्कोर 3 विकेट गंवा दिए। विराट ने यहां से पारी संभाली, उन्होंने पहले अक्षर पटेल और फिर शिवम दुबे के साथ फिफ्टी पार्टनरशिप की।
विराट 59 बॉल पर 76 रन बनाकर आउट हुए। उन्होंने अपनी पारी में 6 चौके और 2 सिक्स लगाए। उन्हीं की पारी के दम पर भारत ने 176 रन का चैलेंजिंग स्कोर बनाया। जिसे साउथ अफ्रीका चेज नहीं कर सका।
फाइनल से पहले विराट ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीनों फॉर्मेट में 60 मैच खेले थे। उनका एवरेज 55 से ज्यादा रहा, यानी हर इनिंग में उन्होंने इतने रन बनाए थे। टी-20 की 12 पारियों में उन्होंने 318 रन बनाए थे, उनका हाईएस्ट स्कोर 72 रन था। विराट ने अब अपने बेस्ट स्कोर से 4 रन ज्यादा बनाए और इस अपोनेंट के खिलाफ तीसरी हाफ सेंचुरी बनाकर प्लेयर ऑफ द फाइनल भी बने।