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कॉल सेंटर की आड़ में विदेशी नागरिकों की फोन कॉल हैक कर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़

दो दर्जन लोंग एसटीएफ की गिरफ्त में

लग्जरी गाड़िया इलेक्ट्रॉनिक सामान देशी विदेशी मुद्रा समेत अन्य कागजात बरामद

लखनऊ। स्पेशल टास्क फोर्स एसटीएफ ने जनपद गौतमबुद्धनगर में चल रहे फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर का भंडाफोड़ दो दर्जन लोगों को दबोचने और उनके पास से आठ लग्जरी गाड़िया 23 लैपटॉप 36 मोबाइल 60 फर्जी कागजात सिगापुर थाईलैंड दुबई, हांगकांग और भारत की मुद्रा को बरामद करने में सफलता हासिल कि। बताते चले कि राज कुमार मिश्रा अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ गौतमबुद्ध नगर की देखरेख में उप निरीक्षक अक्षय पीके त्यागी और एसटीएफ नोएडा के नेतृत्व में टीमें जानकारियां जुटा रही थी। शनिवार को मुखबिर ने खबर सुनाई कि वरुण जो कि अंकुर गुप्ता का पार्टनर है। और बिसरख क्षेत्र में स्थित महागुन मायवुड में कॉल सेंटर चलाकर अमेरिकी नागरिकों के साथ धोखाधडी कर रहा है।

जिसके बाद मौके पर पहुंची टीम ने अंकुर गुप्ता समेत दो दर्जन लोगों को मौके से दबोच लिया। पूछताछ में अंकुर गुप्ता ने बताया कि वहां एमबीए पास है। और साल 2004 से लेकर 2011 के बीच विभिन्न कॉल सेंटर में विभिन्न पदों पर काम कर चुका है। और उसी दौरान करोल बाग दिल्ली में मोबाइल फोन इमपोर्ट करके दिल्ली, एनसीआर के मार्केट में बेचने का काम शुरू किया। इसी दौरान उसकी जान पहचान अमेरिका में रहने वाले नितिन सिंह से हुई जिसने इसको यूएसए से एप्पल आईफोन को तस्करी करके हांगकांग के रास्ते चेन्नई लाने का काम शुरू कराया और इसी काम के चलने के दौरान ही उनकी मुलाकात गुजरात के अगडियें के मुकेश शाह से हो गई थी। साल 2019 में मुकेश शाह ने हांगकांग में उसकी (अंकुर गुप्ता) मुलाकात हिमांशु गुप्ता से कराई और हिमांशु गुप्ता फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर चलाकर यू0एस0ए0 के नागरिकों से धोखाधड़ी करने का काम करता था। इससे यह काम सीख कर अंकुर गुप्ता पिछले 04 वर्षो से फर्जी इन्टरनेष्नल कॉल सेंटर चला रहा है। करोल बाग दिल्ली मे काम करते समय उसकी मुलाकात तरुण जो वहां पर मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान करता था, से हुई और इस काम में तरूण ने अंकुर गुप्ता के साथ मिलकर काम को आगे बढाया।

 

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