तमकुहीराज,कुशीनगर। कस्बे में संचालित एक निजी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान एक नवजात की मौत हो गई। नवजात की मौत होने की सूचना पाते ही परिजन अस्पताल पर हंगामा करने लगे। एसडीएम के निर्देश पर मौके पर पहुंचे सीएचसी अधीक्षक व तहसीलदार तमकुहीराज ने पुलिस के सहयोग से निजी अस्पताल को सील कर दिया।
जानकारी के अनुसार तमकुहीराज थानाक्षेत्र के धुरिया इमिलिया निवासी विकास यादव की पत्नी को चार माह पूर्व जुड़वा बच्चे पैदा हुए थे। जन्म के बाद दोनो नवजातो की स्थिति ठीक नही होने का हवाला देकर सामान्य प्रसव कराने वाली झोलाछाप महिला चिकित्सक ने परिजनों को अपने झांसे में लेकर तमकुहीराज कस्बे के गोविंद नगर में स्थित एक निजी हॉस्पिटल में दोनो नवजातों को इलाज के लिए भर्ती करा दिया। आरोप है कि इलाज के एवज में हॉस्पिटल संचालक ने उनसे लगभग तीन लाख रुपए ऐंठ लिए।
शुक्रवार को एक नवजात की मौत हो गई। आरोप है कि नवजात की मौत के बाद हॉस्पिटल संचालक ने उन्हे गुमराह कर दोनो नवजातों की स्थिति गंभीर होने का हवाला देकर उन्हें गोरखपुर के लिए रेफर कर दिया। लेकिन एक नवजात के मौत की भनक परिजनों को लग गई। जिसके बाद आक्रोशित परिजन अस्पताल संचालक पर लापरवाही पूर्वक इलाज करने सहित तमाम गंभीर आरोप लगा हंगामा करने लगे। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से परिजनों को समझा बुझाकर शांत कराते हुए घटना की सूचना एसडीएम व सीएचसी अधीक्षक को दिया। जानकारी के बाद मौके पर तहसीलदार तमकुही राज चंदन शर्मा व सीएचसी अधीक्षक डाक्टर अमित राय की अगुवाई में पहुंची टीम ने घटना की जांच पड़ताल करने के बाद निजी अस्पताल में तमाम कमियां पाए जाने की दशा में निजी अस्पताल को सील कर उसमे भर्ती अन्य नवजात शिशुओं को इलाज के लिए एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेजवा दिया। इस संबंध में एसडीएम विकास चंद्र ने बताया कि शिकायत संज्ञान में आने पर नंद बाल गोपाल नामक निजी अस्पताल को सील कर आवश्यक विधिक कारवाई की जा रही है।