हमीरपुर, (हि.स.)। हमीरपुर के सदर एसडीएम की आईडी हैक कर ओलावृष्टि पीड़ित चौरासी किसानों की ऑनलाइन भेजी गई। मुआवजे की लाखों रुपये की धनराशि दूसरे खातों में ट्रांसफर किए जाने के मामले में अब साइबर सेल की पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। यहां की साइबर सेल ने महाराजगंज में छापेमारी कर एक हैकर को गिरफ्तार कर सोमवार को पूरे मामले का खुलासा किया है।
राजस्व विभाग ने डेढ़ हजार से अधिक ओलावृष्टि पीड़ित किसानों के खाते में मुआवजे की धनराशि भेजी थी,लेकिन इनमें हमीरपुर के चौरासी किसानों की साढ़े पन्द्रह लाख रुपये की धनराशि साइबर हैंकर्स ने महाराजगंज, गोरखपुर व जालौन के अन्य खातों में ट्रांसफर कर दी थी। सरकारी धन में सेंध लगाने का खेल साइबर हैंकर्स ने हमीरपुर के सदर एसडीएम की आईडी हैक कर किया था। जिस पर एसडीएम ने हाल में ही सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। इस पूरे मामले की जांच साइबर सेल को दी गई थी।
मामले में सदर क्षेत्राधिकारी राजेश कमल ने सोमवार को बताया कि इस मामले की छानबीन करते हुए महाराजगंज से नरकटहा नौतनवा निवासी अनिल विश्वकर्मा को गिरफ्तार किया गया है, उससे पूछताछ में सारा खेल सामने आ गया है। अनिल विश्वकर्मा अपने साथी विनोद के साथ महाराजगंज में जनसेवा केन्द्र में काम करता है। इसने साथी के साथ प्लानिंग कर हमीरपुर सदर तहसील की ओलावृष्टि राहत प्रणाली में लॉगिन कर किसानों के खाता बदल दिए।
क्षेत्राधिकारी ने कहा कि ऐसे बैंक खाता नम्बरों को फीड किया गया,जिससे सरकारी धन को इन खातों में ट्रांसफर किया जा सके। इस तरह से सरकार के जरिए दिए जाने वाली धन को धोखाधड़ी कर हासिल किया गया। बदले गए खाता संख्या में ऐसे खाता संख्या जोड़े गए,जिसमें आरोपियों को लाभ मिल सके। आरोपी को हिरासत में लेकर अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई जारी है।