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कानपुर में MBBS छात्रा ने टॉयलेट क्लीनर पीकर किया सुसाइड, कमेंट को लेकर आहत थी

कानपुर में MBBS की छात्रा तान्या की बुधवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। वह पिछले 6 दिन से हैलट अस्पताल में भर्ती थी। पिता का कहना है कि बेटी ने सुसाइड किया है। वह दाहिने हाथ से हैंडीकैप थी। उसकी पांचों अंगुलियां जन्म से ही नहीं थी। सीनियर उसे चिढ़ाते थे। वह कहते कि तू डॉक्टर कैसे बन पाएगी। तू तो इंजेक्शन ही नहीं लगा पाएगी। इतना ही नही रैगिंग के चलते उसके बाल भी कटवा दिए थे। इन सब बातों को लेकर बेहद परेशान रहती थी।”

पिता के मुताबिक, मौत से पहले यह बात बेटी ने उन्हें बताई थी। पिता ने स्वरूप नगर थाना प्रभारी राजेश वर्मा को तहरीर देकर FIR दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है।

पिता ने बताया कि बेटी बहुत ही होनहार थी। पढ़ने में शुरू से ही बेटी ही बहुत तेज थी।
पिता ने बताया कि बेटी बहुत ही होनहार थी। पढ़ने में शुरू से ही बेटी ही बहुत तेज थी।

छात्रा को अस्पताल में भर्ती करवाकर भाग गए थे युवक
किदवई नगर वाई-1 ब्लॉक में रहने वाले दरोगा नरेंद्र सिंह की बेटी तान्या (23) गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज (GSVM) से MBBS सेकेंड ईयर की पढ़ाई कर रही थी। बीते 17 जून को उसे दो युवकों ने गंभीर हालत में हैलट के इमरजेंसी में भर्ती कराया था। पूछताछ होने पर दोनों भाग गए थे।

बाद में पता चला था कि युवती मेडिकल कॉलेज की ही छात्रा है। मेडिकल कॉलेज की छात्रा होने के चलते उसे बचाने के लिए प्रिंसिपल डॉ. संजय काला खुद मॉनिटरिंग कर रहे थे। इसके साथ ही छात्रा का इलाज मेडिसिन विभाग के डॉ. एमपी सिंह और डॉ. बीपी प्रियदर्शी कर रहे थे।

टॉयलेट क्लीनर पीने से मल्टी ऑर्गेन फेल हुए
डॉक्टरों के मुताबिक, छात्रा ने टॉयलेट क्लीनर पी लिया था। जिससे आंतों में जख्म हो गए थे। इसके साथ ही मल्टी ऑर्गेन फेल्योर होने से मौत हो गई। टॉयलेट क्लीनर पीने के काफी देर बाद छात्रा को हैलट लाया गया था। इसके साथ ही कोई बता नहीं सका कि उसकी हालत क्यों बिगड़ी। अगर तुंरत पता चल जाता तो ज्यादा बेहतर इलाज हो सकता था।

परिजन कर रहे जांच की मांग
छात्रा की हालत बिगड़ने के बाद पिता नरेंद्र सिंह, मा लक्ष्मी देवी और भाई आर्यन व अंकुर कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं थे। अब तान्या की मौत होने के बाद परिजन कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे पिता ने कहा कि मौत से पहले बेटी ने कहा था कि क्लासमेट उसे चिढ़ाते थे। इतना कह कर वह बेसुध हो गए। मां भी बेटी का नाम लेकर बेसुध हो जा रही थी।

हॉस्टल छोड़कर बाहर रहती थी छात्रा
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. संजय काला ने बताया कि छात्रा MBBS सेकेंड ईयर की स्टूडेंट थी। उसे कॉलेज कैंपस में ही हॉस्टल अलॉट था। जांच में सामने आया कि वह 6 महीने से हॉस्टल में नहीं रह रही थी।छात्रा कल्याणपुर स्थित एक अपार्टमेंट में अपने दोस्त के साथ रह रही थी। छात्रा का दोस्त कॉलेज के बाहर का है। छात्रा कॉलेज भी काफी कम आती थी। परिजनों को इस बात की जानकारी नहीं थी।

शिकायत मिलने पर दर्ज होगा मुकदमा
थाना प्रभारी राजेश वर्मा का कहना है कि परिजनों की तहरीर के आधार पर मामले में FIR दर्ज कर मामले में जांच की जा रही है। राजेश वर्मा ने कहा कि आखिर किस लड़के के साथ वह हॉस्टल छोड़कर रहती थी…? उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराने वाले युवक कौन थे? इन सब सवालों के जवाब तलाशे जा रहे हैं।

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