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कानपुर में घर-घर जल पहुंचाने के लिए अब तक 425 योजनाएं मंजूर, जानिए क्या है योगी सरकार की तैयारी

कानपुर (हि.स.)। केन्द्र की मोदी और योगी सरकार नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत प्रत्येक गांव के अंतिम घर तक जल पहुंचाने के लिए कानपुर महानगर के ग्रामीणों के घर-घर जल पहुंचाने के लिए अब तक 425 योजना की मंजूरी मिल चुकी है। कुल 276 नलकूपों की बोरिंग की जाएगी। यह जानकारी शनिवार को उप्र जल निगम कानपुर ग्रामीण मुख्य अभियंता ई.आर.बी.राम ने दी। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले गरीब परिवारों सहित सभी ग्रामीणों के घर नल से जल पहुंचाने के लिए कुल 276 नलकूपों की बोरिंग की जानी है।

विद्युत बचत योजना के तहत 113 सोलरयुक्त स्थापित होंगे नलकूप

केन्द्र सरकार ने विद्युत बचत योजना के तहत कानपुर महानगर के ग्रामीण क्षेत्रों में 113 सोलर युक्त नलकूप लगाने के लिए योजना तैयार की है। सोलर युक्त नलकूपों की स्थापना के लिए उपयुक्त जमीन और बोरिंग का स्थान भी चिह्नित करने के लिए सभी ब्लाॅकों के बीडीओ और उपजिलाधिकारियों तथा विद्युत विभाग का सहयोग लिया जा रहा है।

कानपुर नगर में 604 ग्राम पंचायत एवं 604 राजस्व गांव

मुख्य अभियंता ने बताया कि कानपुर नगर के ग्रामीण क्षेत्र में जहां इस योजना के लिए कार्य कराया जाना है। 604 ग्राम पंचायत और उतने ही राजस्व गांव हैं। अब भी कई योजनाओं की मंजूरी मिलना शेष है।

दो कंपनियों पर कार्य पूरा करने की जिम्मेदारी

मुख्य अभियंता ने बताया कि कानपुर नगर के ग्रामीण क्षेत्र में दो कंपनियां काम कर रही हैं, जिसमें एक बीएसआईपीपीएल और दूसरी विन्ध्या टेलीकाम लिमिटेड को कार्य करने की जिम्मेदारी है। योजना कार्य पूरा हो जाने के बाद उसकी देखरेख एवं संचालन की जिम्मेदारी पंचायत विभाग को दी जाएगी। हालांकि कार्यदायी संस्था दस वर्ष तक उसकी देखरेख करेगी।

एक हजार सात सौ सत्ताईस किलोमीटर बिछाई जा चुकी है पाइप

ई.आर.बी.राम ने बताया कि कानपुर नगर के ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अब तक तीन हजार सात सौ 42 किलो मीटर का कार्य अप्रूव हो चुका है। हालांकि वर्तमान में एक हजार सात सौ 27 किलो मीटर लाइन बिछाई जा चुकी है। इस तरह कानपुर के कुल दस ब्लाकों में पाइप लाइन का कार्य जारी है।

मुख्य अभियंता ने बताया कि यह योजना केन्द्र एवं राज्य सरकार के द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। कार्यक्षेत्र में कुछ समस्याएं भी आ रही है। उन्हें दूर करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों के जिम्मेदार अधिकारियों का सहयोग लेकर दूर भी किया जा रहा है। हालांकि घर-घर नल योजना को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में सराहना भी की जा रही है।

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