कानपुर के शम्भुहा पुल के पास तेज रफ्तार डंपर ने स्कूल जा रहे सगे भाई-बहन को कुचल दिया। हादसे में दोनों की मौत हो गई। दोनों भाई-बहन मंगलवार सुबह 7 बजे के करीब साइकिल से स्कूल जा रहे थे। तभी ये हादसा हो गया।
घटना से गुस्साएं ग्रामीणों और परिवार के लोगों ने कानपुर सागर हाइवे पर जाम लगा दिया। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेने का प्रयास किया लेकिन परिवार के लोगों ने शव देने से साफ मना कर दिया।
काफी समझाने के बाद पुलिस शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज पाई है। इस घटना के बाद हाइवे के दोनों तरफ लगभग 15 किमी लंबा जाम लग गया है। ग्रामीण किसी भी राहगीर को निकलने नहीं दे रहे हैं। मौके पर डीएम-एसपी भी मौजूद हैं।
ये घटना बिधनू थाना क्षेत्र के शम्भुहा गांव की है। घटना के समय आसपास खड़े लोगों ने बताया कि डंपर काफी स्पीड में जा रहा था। सुबह 7 बजे बच्चे स्कूल जा रहे थे। डंपर वाले ने बच्चों को देखकर भी स्पीड कम नहीं की।
उसने सड़क किनारे साइकिल से जा रहे भाई-बहन को टक्कर मार दी। टक्कर लगने के बाद भाई-बहन उछलकर दूर जा गिरे। गंभीर चोटें आने से दोनों की मौत हो गई। वहीं डंपर सवार मौके से भाग निकला है।
बता दें, दोनों बच्चे शम्भुहा गांव के रहने वाले थे। उनके पिता का नाम राकेश उर्फ़ हरिओम है। बेटी कशिश (10) गांव के जूनियर स्कूल में कक्षा 8 की छात्रा थी। बेटा ऋषभ भी उसी स्कूल में पढ़ता था।
घटना से गुस्साएं ग्रामीण कानपुर सागर हाइवे पर मेज डालकर बैठ गए। रहागीरों ने हमीरपुर एसडीएम की गाड़ी को वापस लौटा दिया है। वहीं घाटमपुर सपा नेता विजय सचान समेत सपाई परिजनों के समर्थन में हाइवे पर धरने पर बैठे हैं। उन्होंने मृतक के परिजनों को दस लाख रुपए मुआवजा दिलाने की मांग की है। मामले में घाटमपुर एसीपी दिनेश कुमार शुक्ला ने बताया कि घटना कि जानकारी मिली है। छात्रों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। तहरीर के आधार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।