– बंशी बजाते श्रीकृष्ण संवारेंगे विंध्यधाम का झरोखा
– आध्यात्मिकता का अहसास कराएंगी नृत्य करतीं नारी
– विंध्य कारिडोर के अंतर्गत बनेंगे कुल 36 झरोखे
– प्रत्येक झरोखे में श्रीकृष्ण के लगेंगे छह-छह आकर्षक आकृति
– अहरौरा के गुलाबी पत्थर पर ओडिसा के कारीगर उकेरेंगे नक्काशी
– लुभाएंगी आकर्षक कलाकृतियां, विंध्य कारिडोर की सुंदरता को लगाएंगी चार चांद
मीरजापुर,(हि.स.)। अद्भुत, अलौकिक, अविस्मरणीय…। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट गुलाबी पत्थर से सुशोभित विंध्य कारिडोर स्वर्णिम आभा बिखेरेगा ही, देश भर के कारीगरों की हुनर भी झलकेगी। साथ ही आकर्षक कलाकृतियां विंध्य कारिडोर की सुंदरता को चार चांद लगाएंगी।
खास बात यह है कि बंशी बजाते भगवान श्रीकृष्ण की आकृति से विंध्यधाम का झरोखा संवारा जाएगा। इनके दोनों छोर पर नारी नृत्य करते दिखेंगी, जो आध्यात्मिकता का अहसास कराएंगी। यही नहीं, नव्य-दिव्य विंध्य कारिडोर कारीगरी व कलाकृति का अनोखा नमूना होगा।
विंध्य कारिडोर के अंतर्गत कुल 36 झरोखे होंगे। प्रत्येक में श्रीकृष्ण भगवान की छह-छह आकर्षक आकृति लगाई जाएगी। इस प्रकार कुल 216 मूर्तियों की नक्काशी की जाएगी। इसके लिए अहरौरा के पत्थर चुने गए हैं। इसकी नक्काशी के लिए ओडिसा से कारीगर बुलाए गए हैं, जो राजस्थान में इन मूर्तियों को तैयार कर रहे हैं। वहीं परिक्रमा पथ के झरोखे के लिए रंगीन नक्काशीदार मूर्तियां लगाई जाएंगी। परिक्रमा पथ के दूसरे मंजिल पर जाने के लिए दो सीढ़ी विंध्यवासिनी मंदिर के पूरब व उत्तर तरफ तैयार हो गई है। परिक्रमा पथ के ऊपर 15 गुंबद भी लगाए जाएंगे। गुंबद राजस्थान के दौसा से बनाकर लाया गया है।
दिसम्बर तक विंध्य कारिडोर को नव्य-दिव्य आकार देने का दावा
काशी विश्वनाथ की तर्ज पर 331 करोड़ की लागत से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट विंध्य कारिडोर अभी तो निर्माणाधीन है, लेकिन जैसे-जैसे काम आगे बढ़ रहे हैं वैसे-वैसे कई आकर्षक डिजाइन व कलाकृतियां सामने आ रही हैं। ऐसे में विंध्य कारिडोर बनने के बाद नए विंध्यधाम का भव्य-दिव्य स्वरूप देश-दुनिया के सामने होगा ही, श्रद्धालु भी विश्व फलक पर शुमार आदिशक्ति जगत जननी मां विंध्यवासिनी के दर्शन के बहाने विंध्य कारिडोर की झलक देखने विंध्यधाम जरूर आएंगे और आकर्षक कलाकृतियां उन्हें जरूर लुभाएंगी। इससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। रोजगार के अवसर पर भी बढ़ेंगे। विंध्य कारिडोर के अंतर्गत मां विंध्यवासिनी मंदिर के चारों तरफ दो मंजिला परिक्रमा पथ बनकर तैयार हो चुका है। फिनीशिंग का कार्य शेष है। वहीं पुरानी वीआइपी, न्यू वीआईपी, कोतवाली रोड, पक्का घाट रोड निर्माणाधीन है। निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद विद्युतीकरण किया जाएगा। नाली व विद्युत व्यवस्था भूमिगत होगा। कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम का दावा है कि दिसम्बर 2023 तक विंध्य काॅरिडोर बनकर तैयार हो जाएगा।
राजकीय निर्माण निगम के सहायक अभियंता राजकुमार पांडेय ने बताया, कोशिश है कि दिसम्बर से पहले ही विंध्य कारिडोर के नव्य-भव्य रूप को आकार दिया जाए। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सख्त निर्देश है कि गुणवत्ता पर खास ध्यान दिया जाए। इससे कोई समझौता नहीं किया जाएगा।