– 4018 नंबर को भाग्यशाली मानते हैं बंशीधर तंबाकू कंपनी के मालिक
– तमाम महंगी कारों के बीच सज-धजकर खड़ा रहता है मिश्रा का पहला स्कूटर
कानपुर। करोड़ों की संपदा के मालिक बंशीधर तंबाकू कंपनी के मालिक केके मिश्रा को ज्योषित पर अखंड विश्वास है। गाड़ियों के शौकीन मिश्रा परिवार के पास तमाम बेहतरीन लग्जरी कार हैं, डायमंड घड़ी है, बड़े शहरों के पॉश इलाकों में कोठियां हैं। चमक-दमक के बीच एक स्कूटर भी है, जो तमाम कीमती चीजों से ज्यादा अनमोल है। एक बात और, मिश्रा परिवार की सभी गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन नंबर 4018 हैं।
पहली सवारी से कामयाबी के रास्ते पर
16 करोड़ की रॉल्स रॉयल, लेंबोर्गिनी, फेरारी जैसी कारों के काफिले के सामने 30-35 साल पुराने प्रिया स्कूटर की औकात ज्यादा है। मिश्रा परिवार के लिए यह स्कूटर अनमोल है। कारण यहकि संघर्ष के दिनों में केके मिश्रा ने बजाज कंपनी का प्रिया स्कूटर खरीदा था। रजिस्ट्रेशन नंबर मिला था – 4018, इस स्कूटर पर सवार होने के बाद केके मिश्रा ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। बंशीधर तंबाकू कंपनी की नींव रखी और देखते-देखते शहर के करोड़पति कारोबारी बन गए। ज्योषित में आस्था रखने वाले केके मिश्रा यह मानने लगे कि 4018 का अंक उनके लिए बेहद शुभ है। इसी कारण उन्होंने अथवा उनके बेटों ने भविष्य में लग्जरी कारों समेत जो भी गाड़ियां खरीदीं, उनका रजिस्ट्रेशन नंबर 4018 ही लिया।
स्कूटर से लगाव, नया जैसा दिखता है
लग्जरी कारों के बीच खड़ा प्रिया स्कूटर भले ही 30-35 साल पुराना है, लेकिन उसकी हिफाजत कारों से ज्यादा होती है। स्कूटर को कोई चलाता नहीं है, लेकिन प्रत्येक चार-पांच साल में उसकी डेंटिंग-पेंटिंग होती है। निकल पॉलिस कराई जाती है। जरूरत के आधार पर कल-पुर्जे मंगाकर दुरुस्त कराए जाते हैं। सूत्रों के मुताबिक आयकर विभाग की रेड अपने आखिरी दौर में हैं। अबतक नगदी और ज्वैलरी मिलाकर 11 करोड़ रुपये के सामान जब्त हुआ है। करोड़ों की घड़ियां भी बरामद हुई हैं।