कन्नौज (हि.स.)। कन्नौज लोकसभा सीट से चौथी बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव करोड़ों के मालिक हैं। गुरुवार को नामांकन के समय दाखिल हलफनामे के अनुसार बीते 15 साल में अखिलेश यादव की चल-अचल संपत्ति पांच गुना बढ़ी है। उनके पास 40 करोड़ की प्रॉपर्टी है लेकिन खुद की एक भी गाड़ी नहीं है।
2009 में अखिलेश की चल संपत्ति 3.83 करोड़ रुपये थी, जबकि अचल संपत्ति 1.69 करोड़ रुपये थी। 15 साल बाद 2024 में उनकी चल संपत्ति 9.12 करोड़ है। हलफनामे के अनुसार उनकी अचल संपत्ति 17.22 करोड़ रुपये हो गई है।
अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग को दिये हलफनामे में दर्शाया है कि उनके पास 1.79 लाख कैश और पत्नी डिंपल यादव के पास 3.32 लाख कैश है। अखिलेश यादव के नाम पर 7 और डिंपल यादव के नाम पर 11 बैंक एकाउंट्स हैं।
सपा प्रमुख ने अपनी कमाई का मुख्य जरिया कृषि और लोकहित, वेतन और किराया बताया है। जबकि उनकी पत्नी डिंपल यादव की आय का श्रोत पूर्व सांसद पेंशन, किराया और खेती हैं। अखिलेश यादव के बैंक एकाउंट्स में 5.56 करोड़ और डिंपल यादव के अकाउंट में 2.57 करोड़ रुपये जमा हैं। दोनों पति-पत्नी के पास कुल मिलाकर 26.83 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है।
बेटी के नाम में लंदन और लखनऊ में है एकाउंट
सपा मुखिया की बड़ी बेटी अदिति यादव के पास 12 लाख 78 हजार 232 रुपये हैं। जोकि लखनऊ और लंदन के बैंक अकाउंट में जमा हैं। लखनऊ की एक्सिस बैंक में 11 लाख 11 हजार रुपये जमा हैं, जबकि लंदन की लायड्स बैंक में 1 लाख 66 हजार 442 रुपये जमा हैं।
कुल 76 लाख का ले रखा है कर्ज
अखिलेश यादव की सालाना आय 83.98 लाख और पत्नी डिंपल की सालाना आय 58.92 लाख रुपये है। इसके बाद भी अखिलेश यादव ने पत्नी डिंपल से 8.15 लाख रुपये का कर्ज लिया हुआ है। इसके अलावा अलग-अलग जगहों से उनपर कुल 76 लाख का कर्ज है।
हलफनामे के अनुसार, अखिलेश ने अपने पिता मुलायम सिंह यादव को 2.13 करोड़ का कर्ज भी दिया है। अखिलेश यादव ने 6 अन्य कंपनियों और लोगों को लाखों रुपये का उधार भी दिया है।
पांच लाख की एक्सरसाइज मशीनें लगाईं
हलफनामे के मुताबिक, डिंपल यादव के पास 59 लाख 76 हजार रुपये कीमत के गहने हैं, जबकि अखिलेश यादव के पास कोई भी गोल्ड या ज्वेलरी नहीं है। साथ ही दोनों पति-पत्नी ने अपने नाम पर कोई वाहन भी नहीं खरीदा है। उनके नाम कोई लाइसेंसी असलहा भी नहीं है। स्वास्थ्य सम्बन्धी एक्सरसाइज के लिए अखिलेश यादव ने अपने घर में 5 लाख 34 हजार रुपये कीमत की मशीनें लगा रखी हैं। अखिलेश यादव के पास 76 हजार का फोन है।
चौथी बार कन्नौज से लड़ रहे चुनाव
अखिलेश यादव ने तमाम अटकलों को किनारे कर कन्नौज से एक दिन पूर्व नामांकन कर दिया है। अखिलेश ने कन्नौज सीट पर पहले भतीजे तेज प्रताप को टिकट दिया था, लेकिन स्थानीय नेताओं के विरोध को देखते हुए उन्होंने खुद ही चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया। उन्होंने 2000 में कन्नौज सीट पर हुए उप चुनाव में पहली बार चुनाव लड़ा था।
2004, 2009 में भी उन्होंने लाेकसभा चुनाव में जीत दर्ज की। 2012 में मुख्यमंत्री बनने के लिए उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। फिर यहां हुए उपचुनाव में उनकी पत्नी डिंपल यादव निर्विरोध सांसद बनी थी। कन्नौज सीट से मुलायम, अखिलेश और डिंपल चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन 2019 में डिंपल यादव भाजपा के सुब्रत पाठक से 12353 मतों से कन्नौज में चुनाव हार गईं थीं। इस बार अखिलेश यादव का मुकाबला भाजपा सांसद सुब्रत पाठक से होगा।