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ओडिशा में प्राकृतिक आपदा का कहर, 12 लोगों की मौत, 14 बुरी तरह जले, प्रदेश में येलो अलर्ट

भुवनेश्वर। ओडिशा में प्राकृतिक आपदा का कहर देखने को मिला है। प्रदेशवासियों पर आकाशीय बिजली का जबरदस्त कहर टूटा है। राज्य में बीते शनिवार (2 सितंबर) की शाम महज दो घंटे के भीतर 61 हजार बार बिजली गिरी, जिसमें 12 लोगों की मौत और 14 लोग बुरी तरह से घायल हुए हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, राजधानी भुवनेश्वर में सबसे ज्यादा आसमानी आफत गिरी है। आफत का असर 7 सितंबर तक रहने की उम्मीद है।

मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए प्रदेश के अधिकांश जिलों में तेज भारिश की संभावना जताई है, जिसके लिए येलो अलर्ट भी जारी कर दिया गया है। मौसम विभाग ने अंदेशा जताया है कि, इस सप्ताह के अंत तक भारी बारिश आ सकती है। जानकारी के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में इन दिनों चक्रवात आया हुआ है। जिसका असर ओडिशा पर पड़ रहा है।

61 हजार बार गिरी बिजली

राजधानी भुवनेश्वर में दोपहर को तेज बारिश के साथ बिजली कड़कती देखी गई। इसका प्रभाव आस पास के इलाकों में भी देखा गया। प्रदेश आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, शाम 5.30 बजे तक राज्य में लगभग 61 हजार बार से अधिक बिजली गिरी। जिसकी वजह से तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है।

12 लोगों की मौत

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आकाशीय बिजली के आफत से खुर्दा जिले के 4, बोलांगीर के 2 और अंगुल, बौध, गजपति, जगतसिंहपुर, पुरी और ढेंकनाल के एक-एक लोगों की जान गई है। इसके अलावा गजपति और कंधमाल जिलों में बिजली गिरने से 8 मवेशियों की जानें भी गई है।

इतनी बिजली क्यों गिरी?

इस पूरे मामले को लेकर विशेष राहत आयुक्त ने कहा कि, इस आफत से मरने वाले परिजनों को 4-4 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। 60 हजार से अधिक बार बिजली गिरने का कारण मौसम वैज्ञानिक ने बताया है। मौसम विभाग के मुताबिक, जब लंबे समय के बाद मानसून सामान्य स्थिति में लौटता है तभी ऐसा होता है। साथ ही विभाग ने बताया कि जब ठंडी और गर्म हवा का टकराव होता है तब इस तरह बिजली गिरने की घटनाएं बढ़ती हैं।

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