फिलहाल आनलाइन हाजिरी नहीं लगा रहे शिक्षक
महमूदाबाद-सीतापुर। आनलाइन उपस्थिति बेसिक शिक्षा विभाग और शिक्षक-शिक्षिकाओं के लिए सिरदर्द बनी है। जहां विभाग आदेश पर आदेश जारी करके शिक्षक-शिक्षिकाओं पर आनलाइन हाजिरी देने का दबाव बना रहा है, वहीं दूसरी ओर शिक्षक पहले व्यवहारिक कठिनाइयों को दूर करने की मांग कर रहे हैं। वहीं आदेश जारी होने के दूसरे दिन भी ज्यादातर शिक्षकों आनलाइन हाजिरी नहीं दी।
प्राथमिक शिक्षक संघ महमूदाबाद के महामंत्री ज्ञानेश मिश्र ने कहा कि शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा आनलाइन हाजिरी का विरोध नहीं किया जा रहा है बल्कि व्यवहारिक कठिनाईयों को दूर करने की मांग की जा रही है। संगठन मंत्री अनुपम वर्मा ने कहा कि बहुत खराब मौसम और मार्ग में लगे जाम, रेलवे फाटक का बंद होना आदि समस्याओं के चलते यदि कोई शिक्षक पांच या 10 मिनट देर से विद्यालय पहुंचता है तो उसे पूरे दिन अनुपस्थित मान लिया जाएगा जो कि पूरी तरह अन्याय पूर्ण है। टीम पहल के जिला प्रभारी उमेश वर्मा ने कहा कि अधिकांश विद्यालय दुर्गम क्षेत्रों में स्थित हैं। बरसात के मौसम में वहां पहुंचने में बहुत कठिनाई होती है, नेटवर्क की समस्या रहती है। राज्य कर्मचारियों की तरह शिक्षक-शिक्षिकाओं को 30 ईएल दी जाए, उसके बाद आनलाइन उपस्थिति की व्यवस्था की जाए। शिक्षक विजय सोनकर ने कहा कि 14 सीएल के स्थान पर 28 हाफ-डे लीव की सुविधा दी जाए और विशेष परिस्थिति में अवकाश स्वीकृति करने का अधिकार बीईओ को दिया जाए। शिक्षिका दुर्गेश रानी ने कहा कि उपस्थिति वाला पोर्टल पूरे समय खुला रहे। अध्यापक के पहुंचने का समय स्वतः ही पोर्टल पर दर्ज हो जाएगा। इस मौके पर प्राथमिक शिक्षक संघ के कोषाध्यक्ष डॉ. वाहिदुज्जमा, आनंद शुक्ल, आफताब अहमद, डॉ. अर्चना मौर्य, भावना सिंह सहित कई अन्य लोगों ने बीआरसी पहुंच विरोध दर्ज कराया।
सभी बीआरसी पर हुआ मौन प्रदर्शन
संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले आज 10 जुलाई को सभी शिक्षकों ने अपने कार्य दिवस के बाद मौन व्रत रखा। यह कार्यक्रमं दांेपहर ढाई बजे से शाम पांच बजे तक हुआ। जिलाध्यक्ष मनीष रस्तोगी ने बताया कि समिति के निर्देशानुसार सभी शिक्षकों ने बुधवार को अपना कार्य करने के बाद में बीआरसी पर गांधी प्रतिमा के समक्ष मौन व्रत रखकर अपना विरोध जताया। उन्होंने बताया कि 11 जुलाई को धरना के बाद प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन देंगे।