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एसएएफ आरक्षक की हत्या कर शव झाड़ियों में फेंका, पिता और छोटा भाई गिरफ्तार

ग्वालियर,   (हि.स.)। शहर के गिरवाई इलाके में रहने वाले एसएएफ आरक्षक की हत्या कर दी गई। उसके शरीर पर चोटों के निशान हैं, उसकी लाश झाड़ियों में मिली। इसके बाद उसके शव को पोस्टमॉर्टम हाउस भिजवाया गया है। मृतक का एक रोज पूर्व पिता और भाई से झगड़ा हुआ था। आशंका है कि झगड़े में ही उसकी मौत हुई, जिसके बाद शव को ठिकाने लगाने की योजना थी। पुलिस ने फिलहाल पिता, भाई और उसके दोस्त को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।

एडिशनल एसपी अमृत मीणा ने बताया कि घटना बुधवार रात की है। गिरवाई स्थित सिकंदर कंपू इलाके में रहने वाला अंशुमान उर्फ शानू राजावत एसएएफ में आरक्षक था। उसकी पोस्टिंग भोपाल में थी। वह भोपाल से ग्वालियर छुट्टी पर आया था। बुधवार रात करीब डेढ़ बजे जब पुलिस गश्त पर थी, तभी गिरवाई थाना क्षेत्र में एक बाइक पर तीन लोग उन्हें दिखाई दी , पुलिस ने जब उन्हें टोका तो उन लोगों ने अनुसना कर गाड़ी आगे बढ़ा दी, थोड़ी देर बाद जब बाइक सवार लौटा तो तीसरा व्यक्ति गायब था, पुलिस को आशंका हुई तो उसने पड़ताल शुरू की। कुछ दूर जाकर 13 बटालियन एसएएफ की बाउंड्री के पास झाड़ियों में पुलिस को एक डेड बॉडी दिखाई दी। बॉडी अकड़ी हुई थी , पुलिस ने बॉडी को मर्चुरी पहुँचाया, मृतक की पहचान भोपाल जिला पुलिस बल में तैनात आरक्षक (चालक ) अनुराग राजावत उर्फ़ शानू के रूप में हुई।

पुलिस ने जब जाँच आगे बढ़ाई तो पता चला कि ये 13 बटालियन में पदस्थ अपने पिता प्रधान आरक्षक सुखबीर राजावत के घर पर ही था, ये तीन दिन पहले भोपाल से ग्वालियर आया था, ये बड़ा बेटा था, छोटे का नाम गोविंद है, कल इनके बीच झगड़ा भी हुआ था, मृतक स्मैक और शराब का नशा करता था उसकी शादी नहीं हुई थी इसको लेकर वो पिता से झगड़ा करता था।

मृतक के हाथ पैर में रस्सी के निशान मिले जिससे लगता है कि उसे बांधा गया था, सिर में भी चोट के निशान है, शरीर अकड़ा हुआ था जिससे पता चलता है कि मौत शव फेंकने के पांच छह घंटे पहले ही हो गई थी, पुलिस ने पिता और छोटे बेटे दोनों को हिरासत में ले लिया है और पूछताछ की जा रही है।

शुरूआती पूछताछ में सामने आया है मृतक अनुराग की शादी नहीं हुई थी, वो इस बात के लिए माता पिता से झगड़ा करता था, कल भी इसी बात के लिए झगड़ा हुआ दिन भर विवाद होता रहा, घटना के समय मृतक की माँ नहीं थी, तीनों पुरुष ही थे, मृतक आरक्षक अनुराग शादी नहीं करने के लिए माता पिता को दोष देता था जबकि पिता सुखबीर का कहना है कि ये नशा करता था इसलिए शादी का विचार नहीं बनाया, फिलहाल गिरवाई थाना पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जाँच में ले लिया है।

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