कानपुर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में तापमान में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। शुक्रवार को कानपुर में 42 डिग्री सेल्सियस से अधिक पहुंच गया। ऐसे में हीट वेब की संभावना बढ़ गई है और आर्द्रता कम होने से लू लोगों को सीधा अटैक कर रही है। हालांकि पूर्वी हवाओं के चलने से आसमान में बादलों की आवाजाही बनी रहेगी लेकिन गर्मी से विशेष राहत नहीं मिलने वाली है।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने शुक्रवार को बताया कि मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक गर्त जिसकी धुरी समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर है, 82° पूर्व देशांतर के साथ 25° उत्तर अक्षांश के उत्तर तक चल रहा है। समुद्र तल से 1.5 से 4.5 किलोमीटर ऊपर कोमोरिन क्षेत्र और निकटवर्ती दक्षिण तमिलनाडु तट पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
कोमोरिन क्षेत्र और इससे सटे दक्षिण तमिलनाडु तट पर चक्रवाती परिसंचरण से लक्षद्वीप तक एक ट्रफ रेखा फैली हुई है। पूर्वी राजस्थान के मध्य भागों और आसपास के क्षेत्रों पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
बिहार और आसपास के इलाकों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। दक्षिणी बांग्लादेश पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। पूर्वोत्तर असम और आसपास के इलाकों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
दक्षिण पश्चिम मध्य प्रदेश पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। दक्षिण-पश्चिम मानसून के 19 मई के आसपास दक्षिण अंडमान सागर, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों और निकोबार द्वीप समूह में आगे बढ़ने की उम्मीद है। 17 मई से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित करेगा। मौसम की इन गतिविधियों से उत्तर प्रदेश में बादलों की आवाजाही बनी रहेगी लेकिन तापमान में कमी नहीं आएगी। तापमान सामान्य से अधिक होने से हीट वेब की स्थितियां बनी रहेंगी।
उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 42.6 और न्यूनतम तापमान 24.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 47 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 20 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पूर्व रहीं जिनकी औसत गति 8.2 किमी प्रति घंटा रही।
मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों में हल्के बादल छाए रहने के आसार हैं किन्तु वर्षा की कोई संभावना नहीं है। दिन के तापमान में सामान्य से 2-3 डिग्री सेल्सियस अधिक रहने के साथ गर्मी भी बने रहने के आसार हैं।