कानपुर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है और पूर्वानुमान है कि शनिवार को स्थानीय स्तर पर कई जनपदों में हल्की बारिश की सम्भावना है। इस दौरान आसमान में बादल छाए रह सकते हैं। साथ ही तेज धूल भरी आंधी भी चलेगी और कुछ जगहों पर ओलावृष्टि भी हो सकती है। मौसम विभाग का यह भी कहना है कि शनिवार के बाद तेजी से तापमान बढ़ेगें और शुष्क मौसम के साथ लू की सम्भावना बढ़ गई है।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने शुक्रवार को बताया कि पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और आसपास के इलाकों पर है। प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण मध्य पाकिस्तान और पंजाब के ऊपर बना हुआ है। असम के मध्य भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक ट्रफ उत्तर-पश्चिम बिहार से मध्य असम पर बने चक्रवाती परिसंचरण तक फैला हुआ है। एक चक्रवाती परिसंचरण मराठवाड़ा के ऊपर बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा मराठवाड़ा से आंतरिक कर्नाटक होते हुए दक्षिणी तमिलनाडु तक फैली हुई है। बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। ताजा पश्चिमी विक्षोभ 22 अप्रैल से उत्तर पश्चिम भारत को प्रभावित करेगा।
बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 40.2 और न्यूनतम तापमान 24.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 41 प्रतिशत और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 16 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रही जिनकी औसत गति 7.8 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार कानपुर में अगले पांच दिनों में हल्के से मध्यम बादल छाए रहने के कारण 20 अप्रैल को गरज़-चमक, तेज हवाओं एवं धूल भरी आंधी के साथ स्थानीय स्तर पर हल्की वर्षा होने की सम्भावना है। तेज हवाओं के भी चलते रहने के साथ दिन में लू भी चल सकती है।
वहीं उत्तर प्रदेश की नजर से देखें तो इन दिनों 39 से लेकर 42 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान चल रहा है। आगामी दिनों में तापमान बढ़ेगें और मौसम शुष्क रहेगा। अरब सागर से आ रही नम हवाएं राजस्थान होते हुए पूरे उत्तर भारत को कवर कर रही हैं जिससे 40 डिग्री का तापमान 43 डिग्री का एहसास करा रहा है। ऐसे मौसम में स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ जाती हैं। लोगों को सलाह दी जाती है कि अधिक से अधिक पानी पियें और घर से बाहर निकलने पर छाता या गमछा लेकर चलें।