कानपुर (हि.स.)। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी और पछुआ हवाओं से उत्तर प्रदेश में बीते कई दिनों से तापमान गिर रहा है, लेकिन रविवार को हवाओं की दिशाएं बदल गईं। इससे तापमान में कुछ बढ़ोतरी हो गई। मौसम विभाग का कहना है कि बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी से आगामी दिनों में जहां कोहरा बढ़ेगा तो वहीं तापमान में गिरावट होगी। इसके साथ ही सर्दी में इजाफा होगा जो रबी की फसलों के लिए लाभदायक साबित होगा।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएन सुनील पाण्डेय ने रविवार को बताया कि पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर के ऊपर है और यह पूर्व की ओर बढ़ रहा है। दक्षिणपूर्व और निकटवर्ती दक्षिणपश्चिम अरब सागर पर चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। एक चक्रवाती परिसंचरण भूमध्यरेखीय हिंद महासागर और उससे सटे दक्षिण-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी पर बना हुआ है। इससे उत्तर प्रदेश में तापमान सामान्य से नीचे जाएगा और सर्दी में तेजी से बढ़ोतरी होगी।
अधिकतम तापमान 24.0 और न्यूनतम तापमान 8.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 95 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 57 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पूर्व रही जिनकी औसत गति 1.6 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों में आसमान साफ रहने के आसार हैं। बारिश की कोई संभावना नहीं है तथा प्रातःकाल एवं रात्रि के समय ठंड पड़ने के आसार हैं।