उत्तरी जोन की संयुक्त क्राइम टीम व गाजीपुर पुलिस को मिली सफलता
लखनऊ। राजधानी में ईरानी गिरोह ने करीब एक साल में दर्जनों टप्पेबाजी की घटनाओं को अलग-अलग थाना क्षेत्रों में अन्जाम देकर कमिश्नरेट पुलिस की नाक में दम कर रखा था। जिसके बाद डीसीपी उतरी सैयद कासिम आब्दी के आदेश में प्रभारी निरीक्षक गाजीपुर सुनील कुमार सिंह क्राइम ब्रांच प्रभारी शिवानंद मिश्रा व विश्वनाथ प्रताप सिंह की टीमें लगातार इस गिरोह की तलाश में दर्जनों सीसीटीवी कैमरों और संदिग्धों से पूछताछ में जुटी थी। बुधवार को टीम ने सर्वोदय नगर बंधा के पास से दो लोगों को दबोचा तो उन्होंने अपनी पहचान सैयद अली मिर्जा उर्फ दवेश 42 वर्षीय, सैयद जान हुसैन 43वषीय जो महाराष्ट्र ठाणे के रूप में हुई। दोनों ने बताया की हम लोंग ईरानी गिरोह के सदस्य है । और राजधानी के अलग-अलग थाना क्षेत्र में दर्जनों टप्पेबाजी की घटनाओं को अन्जाम दे चुके है।
गिरोह के पास से बरामद सामान
दोनों सदस्यों के पास से 50,700 रूपए नकद, 14 चेन पीली धातु, 16 अंगूठी पीली धातु, वीवो मोबाइल, एक मंगलसूत्र, 22 कंगन, 10 कान बाली, एम आई फोन, एक सफेद धातु अंगूठी, पल्सर बाइक एम एन 04 के 8600,ओप्पो मोबाइल,6 कान के टॉप्स, एक लॉकेट, एम आई मोबाइल बरामद किया ।
कैसे दबोचे गए दोनों टप्पेबाज
बुधवार को उप्र निरीक्षक भरत कुमार पाठक धर्मेंद्र कुमार राय मय फोर्स के साथ जीप में सवार होकर इलाके में होने वाली टप्पेबाजी की घटनाओं में शामिल लोगों की खोज पड़ताल करते हुए बी-ब्लाक चौराहे के पास खड़े थे कि तभी मुखबिर पहुंचा और खबर सुनाई की इलाके में होने वाली टप्पेबाजी की घटनाओं को अन्जाम देने वाले महानगर से होते हुए सर्वोदय नगर बंधे की तरफ आने वाले है। तभी जीप चालक कांस्टेबल रोहित कुमार ने जीप तेज गति चला कर मौके पर पहुंचे और घेराबंदी शुरू कर दी । कुछ देर बाद सामने से काले रंग की पल्सर सवार दो लोंग आते दिखे तो मुखबिर ने इशारा कर कहां कि यहां वहीं लोंग है। जिसके बाद दोनों को मौके से दबोच लिया गया । जिसके पास एक बैग मिला जिसमें भारी मात्रा में टप्पेबाजी कर अजित किया सामान था ।
कैसे देते थे, ईरानी गैंग के सदस्य टप्पेबाजी की वारदात को अन्जाम
दोनों ने बताया कि वो महाराष्ट्र के ठाणे जिले के रहने वाले है। जो राजधानी में आकर खुद को व्यापारी बताते थे। अलग-अलग थाना क्षेत्र में पहले रेकी करते जिसके बाद बुजूर्ग महिलाओ और पुरूषों रास्तें में रोकर उन्हे पहले विश्वास में लेते और कहते कि हम पुलिस वाले है। और आगे मर्डर हुआ और तुम खुले में इतना सोने चांदी का सामान पहनकर निकली हो इसे अपने पास सम्भाल कर रखें जब पीड़ित उनकी बातों में आ जाता तो उन्हें एक रूमाल में सोने चांदी का सामान रखने को कहते जब वो उसमें रख देते तो हाथ के नीचे एक और बंद पोटली रखते थे। और उनका ध्यान भटका कर उन्हे मिट्टी की पोटली देकर कहते की घर जाकर खोलना । इसी हम दोनों मिलकर राजधानी में करीब 31 टप्पेबाजी की घटनाओं को अन्जाम दिया है।
संयुक्त पुलिस आयुक्त अपराध आकाश कुलहरि के अनुसार दो ईरानी गैंग के सदस्यों को दबोचने में बड़ी सफलता हासिल हुई है। दोनो महाराष्ट्र के रहने वाले है। जिनके द्वारा राजधानी में टप्पेबाजी 31 घटनाओं अन्जाम दे चुके है। और वारदात को सुबह के वक्त करते थे। अभी इस गिरोह के दो लोगों दबोचा गया तथा अन्य सदस्यों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। जिन्हे सलाखों के पीछे भेज दिया गया है।
पुलिस आयुक्त लखनऊ ने गिरोह का पर्दाफाश करने वाली टीम को पचीस हजार रुपए नकद इनाम देने की घोषणा की और डीसीपी उतरी की पूरी टीम की तारीफ और हौसला अफजाई की ।