नई दिल्ली (ईएमएस) । पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव का शंखनाद कभी भी हो सकता है। चुनाव आयोग ने शुक्रवार को इलेक्शन के लिए पर्यवेक्षकों की बैठक बुलाई है। मतदान निकाय ने लोकतांत्रिक अभ्यास के सुचारू संचालन के लिए रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए यह मीटिंग बुलाई है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि मॉडल कोड से प्रभावी ढंग से लागू किया जाए। निर्वाचन आयोग की ओर से गुरुवार एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की गई।
इलेक्शन कमीशन ने राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में चुनाव तैयारियों का जायजा लिया है। गुरुवार को तेलंगाना की तैयारियों को देखा गया। संभावना है कि पोल पैनल अगले कुछ दिनों में 5 राज्यों में चुनाव की घोषणा कर देगा। नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। मिजोरम में विधानसभा का कार्यकाल 17 दिसंबर को खत्म हो रहा है। तेलंगाना, राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की विधानसभाओं का कार्यकाल जनवरी 2024 में खत्म हो जाएगा। तेलंगाना में बीआरएस की सरकार है। वहीं, मध्यप्रदेश में बीजेपी का शासन है। छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस सरकार हैं।
राजनीतिक पार्टियों का प्रचार हुआ शुरू
इस बीच, सभी राजनीतिक दलों ने जनता का समर्थन हासिल करने के लिए प्रचार करना शुरू कर दिया है। चुनाव प्रचार के अलावा नेताओं का एक-दूसरे के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राजस्थान में पांच हजार करोड़ की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया। उन्होंने राज्य में दो नई ट्रेन सेवाओं को हरी झंडी दिखाई।
आयुक्त बोले-चुनावों में मनी पावर हमारे राडार पर
उधर, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने गुरुवार को हैदराबाद में कहा कि चुनाव आयोग स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी और प्रलोभन मुक्त चुनाव कराने के लिए तैयार है। आने वाले विधानसभा चुनावों में मनी पावर हमारे रडार पर रहेगा। इसके लिए प्रवर्तन एजेंसियों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है। अगर वे कार्रवाई नहीं करेंगी तो हम उनसे चुनाव धन बल का प्रयोग करने वालों पर कार्रवाई कराएंगे। सीईसी की अध्यक्षता वाली 17 सदस्यों की टीम तेलंगाना में चुनाव तैयारियों का आकलन करने के लिए शहर में है। इस दौरान राजीव कुमार ने राजनीतिक दलों, राज्य और केंद्र सरकार के अधिकारियों और प्रवर्तन एजेंसियों के साथ विधानसभा चुनाव को लेकर मीटिंग की।
ऑनलाइन लेनदेन पर भी नजर रखी जाएगी
चुनाव आयुक्त ने कहा कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के दौरान अकेले तेलंगाना में ही 148 चेकपोस्ट बनाए जाएंगे। इनमें तमिलनाडु-आंध्र प्रदेश बॉर्डर पर 35 चेकपोस्ट, तेलंगाना-कर्नाटक बॉर्डर पर 26 चेकपोस्ट, तेलंगाना-महाराष्ट्र बॉर्डर पर 24 चेकपोस्ट और तेलंगाना-छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर 4 चेकपोस्ट बनाए जाएंगे। इस दौरान हर तरह के ऑनलाइन लेन-देन पर भी नजर रखी जाएगी। इतना ही नहीं रूष्टरूष्ट पेड न्यूज और सोशल मीडिया पर नियमों के उल्लंघन पर निगरानी रखेगा। वहीं आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट ष्ङ्कढ्ढत्रढ्ढरु मोबाइल ऐप पर की जा सकेगी, जिस पर 100 मिनट में रिस्पॉन्स दिया जाएगा। विधानसभा चुनावों में तेलंगाना के मतदाताओं की कुल संख्या 3.17 करोड़ है। इनमें पुरुष और महिलाएं समान संख्या में हैं। 5 राज्यों में पहली बार 80 साल से ज्यादा उम्र के लोग यदि चाहें तो अपने घर से वोटिंग कर सकेंगे। इसी तरह दिव्यांग व्यक्ति जो 40 प्रतिशत या उससे ज्यादा विकलांग हैं, वे भी घर से मतदान कर सकते हैं।