इटावा (हि.स.)। जनपद में सदर तहसील के एक लेखपाल को गुरुवार को कानपुर से आयी एंटी करप्शन टीम ने तीन हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए शहर के प्राचीन हनुमान मंदिर के पास से गिरफ्तार कर लिया। लेखपाल के खिलाफ एंटी करप्शन टीम ने सिविल लाइंस थाने में भ्रष्टाचार अधिनियम का मुकदमा दर्ज करवाया है।
शहर के यशोदा नगर निवासी शिकायतकर्ता महावीर सिंह अपने गांव गढ़ायता में स्थित पैतृक जमीन को अपने नाम विरासत में चढ़वाने के लिए 15 दिनों से लेखपाल प्रवेश कुमार तिवारी निवासी खटखटा बाबा आश्रम कालोनी रामलीला रोड से मिल रहे थे। लेकिन उनके द्वारा शिकायतकर्ता से विरासत चढ़ाने के लिए तीन हजार रुपये मांगे जा रहे थे। शिकायतकर्ता ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन कानपुर से की थी।
गुरुवार को इंस्पेक्टर अर्चना शुक्ला के नेतृत्व में नौ सदस्यीय टीम इटावा पहुंची और जिलाधिकारी अवनीश राय को मामले की जानकारी दी गई। उसके बाद डीएम ने एंटी करप्शन टीम के साथ नायब तहसीलदार प्रीति सिंह एवं रजिस्ट्रार कानूनगो विजय सिंह को भी भेजा।
एंटी करप्शन टीम के द्वारा शिकायतकर्ता महावीर सिंह को 500-500 के छह नोट कलर एवं पाउडर लगाकर दिए गए। उसके बाद लेखपाल को रुपये लेने के लिए प्रधान डाकघर के पास स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर पर बुलवाया गया। लेखपाल प्रवेश कुमार तिवारी प्रधान डाकघर के सामने हनुमान मंदिर के पास पहुंचे और महावीर सिंह से काम करने के तीन हजार रुपये लिए। उसी समय टीम ने उन्हें घेरकर गिरफ्तार कर लिया।
लेखपाल प्रवेश कुमार तिवारी राजस्व ग्राम गढ़ायता व पुरा मुरौंग का कार्य देखते थे। एंटी करप्शन टीम की प्रभारी इंस्पेक्टर अर्चना शुक्ला ने बताया कि लेखपाल के विरुद्ध धारा 7/13 1बी, 13/2 पीसी एक्ट भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया।
लेखपाल को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी अर्चना शुक्ला के साथ इंस्पेक्टर जटा शंकर,मृत्युजंय मिश्रा,हेड कांस्टेबल डीपी मिश्रा, बृजनंदन, कांस्टेबल अभिषेक,शिवम व महिला कांस्टेबल प्रीतम भी शामिल रहे।