-सीडीओ बोले, मुरादाबाद में 35 कंपोजिट विद्यालयों में आधारशिला लैब का निर्माण कार्य पूर्ण
मुरादाबाद (हि.स.)। परिषदीय विद्यालयों के बच्चे भी अब टेक्नोलॉजी में ट्रेंड हो रहे हैं। वे कोडिंग और रोबोटिक्स सीखकर खुद को इस विधा में पारंगत कर रहे हैं। सरकारी स्कूल के छात्रों को प्रौद्योगिकी और विज्ञान में माहिर बनाने के लिए शिक्षा महकमा व प्रशासनिक अधिकारी जुट गए ए हैं। सीडीओ सुमित यादव ने कहा कि मुरादाबाद में 35 कंपोजिट विद्यालयों में आधारशिला लैब का निर्माण कराया जा चुका है।
मुरादाबाद के 35 विद्यालयों में आधारशिला लैब तैयार हो चुकी है। हर जगह अलग-अलग थीम पर इस लैब का निर्माण किया गया है। इन लैबों में बच्चे टेक्नोलॉजी से मित्रता निभा रहे हैं। आधारशिला के साथ एनईपी के अनुसार कोडिंग, रोबोटिक्स, एआई और विज्ञान को लेकर परिषदीय विद्यालयों के बच्चे करके सीख रहे हैं। इन विद्यालयों में छात्रों को टेक्नोलॉजी और विज्ञान में लर्निंग बाई डूइंग की तर्ज पर न्यूटन के नियम, बुलेट ट्रेन की संकल्पना, ग्रहों का घूमना और टेलीस्कोप से ब्रह्मांड की सैर करने का मौका मिल रहा है। सोलर सिस्टम, रात और दिन की प्रक्रिया, फिजिक्स में लाइट, लेंस और साउंड, केमिस्ट्री में तापमान मापने से लेकर बैट्री की संकल्पना, बॉयोलाजी में मानव शरीर व सेल, गणित में अबेकस, तकनीक में कोडिंग, रोबोटिक्स, एआई, सेंसर और व्यक्तित्व व करियर विकास की दिशा में प्रशिक्षण के साथ ही देश के शीर्ष शोध संस्थानों के वैज्ञानिकों से रूबरू होने का अवसर भी दिया जाएगा। पहले चरण में 35 विद्यालयों में लैब स्थापित की जा चुकी है। कुंदरकी ब्लॉक के ग्राम नानापुर में स्थापित आधारशिला में कोडिंग कर रहे बच्चों ने बताया कि लैब की मदद से वह दुनियाभर में चल रही टेक्नोलॉजी को जानने का मौका मिल रहा है।
मुख्य विकास अधिकारी मुरादाबाद सुमित यादव
जिले के 35 कंपोजिट विद्यालयों में आधारशिला लैब का निर्माण कराया जा चुका है। इनमें बच्चे तकनीकी शिक्षा पाकर खुद को मजबूत बना रहे हैं। इन लैबों के संचालन से एनईपी के तहत बच्चों का तकनीकी कौशल विकास भी हो रहा है। प्रयास है कि साल खत्म होने तक जिले में 100 आधारशिला लैब तैयार हो जाएं।