Breaking News

आईआईटी की उपलब्धि : `टूथब्रश` से दो मिनट में ओरल कैंसर की शिनाख्त

 

कानपुर। ओरल कैंसर से जिंदगी का जोखिम कम होगा। अब पहले ही चरण में ओरल कैंसर की जानकारी मिल जाएगी। दरअसल, आईआईटी-कानपुर ने टूथब्रश जैसी एक डिवाइस बनाई है, जोकि दो मिनट के अंदर ओरल कैंसर के लक्षणों को पकड़ लेगी। जल्द ही यह डिवाइस बाजारम में उपलब्ध होगी। कीमत पचास हजार से एक लाख के बीच होगी। पांच साल को शोध के बाद आईआईटी के केमिकल इंजीनियरिंग विभाग की टीम ने इस डिवाइस को अंतिम रूप दिया है।

 

 

छोटी सी डिवाइस, नाम मुख परीक्षक

 

गौरतलब है कि देश में लाखों लोग प्रत्येक वर्ष मुख कैंसर के कारण जिंदगी गवां देते हैं। इसका कारण है कि कैंसर की जानकारी काफी देर से मालूम होती है। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए आईआईटी-कानपुर ने ऐसी डिवाइस बनाई है, जिसके जरिए दो मिनट में ही ओरल कैंसर की जानकारी सामने होगी। मुख परीक्षक नामक इस डिवाइस को तकनीकी संस्थान में केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर जयंत कुमार सिंह और उनकी टीम ने बनाया है। प्रो. जयंत की टीम ने पांच साल तक लगातार शोध किया। इसके बाद टूथब्रश के आकार जैसी डिवाइस बनाने में कामयाबी मिली है।

 

कई बार बदली डिजाइन, पांच साल लगे

प्रोफेसर जयंत ने बताया कि डिवाइस को बनाने में लगभग पांच साल का समय लगा है। कई बार प्रोटोटाइप तैयार किए गए और बार-बार डिजाइन बदली गई, इसके बाद फाइनल आकार मिला। उन्होंने बताया कि इस डिवाइस की टेस्टिंग भी बड़े पैमाने पर हो चुकी है। कानपुर के कैंसर हॉस्पिटल के साथ-साथ प्रदेश के प्रमुख अस्पताल और छोटे मेडिकल सेंटरों पर भी इसके जरिए जांच की गई, जिसमें सफल परिणाम सामने आए हैं।

 

 

मुंह के हर कोने का फोटो संभव होगा

टूथब्रश के आकार में बनी इस डिवाइस में कई कैमरे लगे हैं। इसके साथ ही कई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक से लैस सेंसर लगे हैंजो मुंह के अंदर के हर कोने का फोटो ले लेते हैं। इसके साथ ही डिवाइस फोन से जुड़ी रहेगीजिससे फोन में यह सारी फोटो और डाटा अपलोड हो जाएगा। इसी फोटो और डाटा के आधार पर चंद मिनट में यह ओरल कैंसर को लेकर अपना परिणाम बता देगी।

तीन महीने में बाजार में होगी डिवाइस

प्रो.जयंत ने बताया कि यह डिवाइस तीन माह के अंदर ही बाजार में मिल सकेगी। इसके लिए आईआईटी कानपुर से दो-तीन कंपनियों ने संपर्क किया है। डिवाइस की कीमत 50 हजार से एक लाख रुपये के बीच होगी। दावा है कि इस डिवाइस से हजारों की संख्या में टेस्ट संभव हैं। प्रो. जयंत ने बताया कि डिवाइस को अंतिम रूप देने के बाद 2000 मरीजों पर परीक्षण किया थाजिसमें 500 मरीजों के अंदर कैंसर के लक्षण मिले और सारे टेस्ट इसी डिवाइस से किए गए थे।

Check Also

उप चुनाव खत्म होते ही जीत-हार का लगाने लगे गुणा-गणित, बसपा की निष्क्रियता पर भी लग रहीं अटकलें

लखनऊ । नौ विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के बाद सभी राजनीतिक दल जीत-हार का …