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अयोध्या : प्राणप्रतिष्ठा में आने वाले अतिथियों-रामभक्तों की व्यवस्था और तैयारियों का ट्रस्ट ने किया निरीक्षण

– श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की दो दिवसीय बैठक समाप्त

– अंतरराष्ट्रीय राम कथा संग्रहालय का ट्रस्टियों ने किया निरीक्षण

अयोध्या, (हि.स.)। श्री राम जन्मभूमि प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव की तैयारियों को लेकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की रविवार को दो दिवसीय बैठक समाप्त हो गई। जिसमें प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के साथ-साथ मंदिर निर्माण की प्रगति, समारोह में आने वाले अतिथियों और रामभक्तों को व्यवस्था सहित सभी तैयारियों पर विचार किया गया।

नृपेंद्र मिश्र ने जन्मभूमि पथ और राम मंदिर के निर्माण कार्यों का किया निरीक्षण

निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने कार्यदायी संस्था एलएंडटी और प्रशासन के साथ जन्मभूमि पथ और राम मंदिर निर्माण के कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने प्राण-प्रतिष्ठा से पहले सभी सुविधाओं व जन्मभूमि पथ, यात्री सुविधा केंद्र को दिसंबर तक पूरा करने का निर्देश दिया।

ट्रस्ट के सहयोगी गोपाल जी राव ने रविवार को मीडिया को जानकारी दी कि भूतल का कार्य स्ट्रक्चर की दृष्टि से पूरा हो गया है और प्रथम तल भी करीब 70 फीसदी बन चुका है।

राम लला की पूजा रामानंदीय परंपरा के अनुसार होगी : गोविंद देवगिरी

राम लला की पूजा रामानंदीय परंपरा के अनुसार होगी। रामलला के अर्चकों का परीक्षा के उपरांत चयन होगा। रामलला के पूजन अर्चन के लिए बनाई गई समिति देखरेख करेगी। यह बातें श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देवगिरी ने कही।

उन्होंने कहा कि राम लला के प्राण प्रतिष्ठा और सेवा अर्चना के लिए बनाई गई समिति के द्वारा ग्रंथ तैयार किया जा रहा है। अवध क्षेत्र के वेदपाठी वैदिक बटुकों को रामलला के अर्चक के रूप में नियुक्त किया जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा के लिए श्रीराम सेवा विधि विधान समिति का गठन हुआ है। रामलला के सभी धार्मिक कार्यक्रम के लिए श्री राम सेवा विधि विधान समिति बनायी गयी है।

उन्होंने बताया कि श्री राम सेवा विधि विधान समिति का कार्य आरम्भ हो चुका है। श्री राम सेवा विधि विधान समिति के द्वारा रामलला के पूजन को लेकर ग्रंथ तैयार किया जा रहा है। ग्रंथ के अनुसार अध्यनरत छात्रों को चयनित किया जाएगा।

अध्ययनरत वेद पाठी वैदिक को छात्रवृत्ति दिया जाएगा और प्रशिक्षित किया जाएगा। सर्वश्रेष्ठ वेदपाठी छात्रों को रामलला के अर्चक के रूप में नियुक्त किया जाएगा। रामलला के अर्चक के तौर पर अवध क्षेत्र अयोध्या और उसके आसपास के वैदिक वेद पाठी को प्राथमिकता दी जाएगी। छात्रों की परीक्षा के बाद रामलला के अर्चक के रूप में चयनित किया जाएगा। रामलला के प्रतिदिन का सेवा कार्य और नियमित उत्सव आदि रामानंदीय प्रथा होंगे।

राम कथा संग्रहालय का ट्रस्टियों ने किया निरीक्षण

ट्रस्ट को अंतरराष्ट्रीय राम कथा संग्रहालय हैंडओवर कर दिया जाएगा। रविवार को राम मंदिर आंदोलन के 50 वर्ष के लीगल डॉक्यूमेंट की जानकारी म्यूजियम के जरिए देने की योजना के तहत तैयार होने वाले म्यूजियम का निरीक्षण ट्रस्ट के प्रमुख सदस्यों ने किया। बताया गया कि सोमवार को सरकार की ओर से संग्रहालय ट्रस्ट को विधिक रूप से सौंपने की प्रक्रिया होगी।

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