इजराइल की जमीनी कार्रवाई हुई तो गाजा में बेमौत मारे जाएंगे हजारों मरीज, ठप हो सकती है चिकित्सा सामानों की आपूर्ति
गाजा/खान यूनिस, (हि.स.)। गाजा में इजराइल के हवाई हमले के बाद संभावित जमीनी कार्रवाई हुई तो हजारों मरीज बेमौत मारे जाएंगे। चिकित्सकों ने आगाह किया कि अस्पताल में घायलों का इलाज करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में जमीनी कार्रवाई होने पर पहले से बाधित चिकित्सा सामानों की आपूर्ति बाधित होने से हजारों घायल मरीजों की मौत हो सकती है।
इजराइल के जमीनी हमले से पहले गाजा में नागरिकों को भोजन, पानी और सुरक्षित स्थान की तलाश में संघर्ष करना पड़ रहा है। पिछले सप्ताह हमास के घातक हमले के बाद इजरायल ने पूरे गाजा क्षेत्र की घेराबंदी कर दी है।
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार गाजा के अस्पतालों में दो दिनों के भीतर जनरेटर के लिए ईंधन खत्म होने की आशंका है। इससे हजारों मरीजों की जान खतरे में पड़ जाएगी।
ईंधन की कमी के कारण गाजा का एकमात्र बिजली संयंत्र बंद हो गया है। दक्षिणी शहर खान यूनिस में नासिर अस्पताल की गहन देखभाल इकाई (आईसीयू) घायल मरीजों से भरी हुई है। इनमें ज्यादातर तीन साल से कम उम्र के बच्चे हैं।
क्रिटिकल केयर काम्प्लेक्स के सलाहकार डॉ. मोहम्मद कंदील ने कहा कि विस्फोट के चलते गंभीर रूप से घायल सैकड़ों लोग अस्पताल आये हैं। यहां सोमवार तक ईंधन खत्म होने की आशंका है। उन्होंने कहा कि आईसीयू में 35 मरीजों को वेंटिलेटर की आवश्यकता है।
इसके अलावा 60 मरीज डायलिसिस पर हैं। अगर ईंधन खत्म हो जाता है तो इसका मतलब है कि पूरी स्वास्थ्य प्रणाली बंद हो जाएगी। अगर बिजली आपूर्ति बंद हो जाए, तो इन सभी मरीजों की मौत का खतरा है।
उत्तरी गाजा के कमाल अदवान अस्पताल में बाल रोग विभाग के प्रमुख डॉ. हुसाम अबू सफिया ने कहा कि इजरायल के आदेशों के बावजूद हमने हास्पिटल खाली नहीं किया। आईसीयू में सात नवजात शिशु वेंटिलेटर पर हैं। उन्होंने कहा कि हम अस्पताल खाली नहीं कर सकते। इसका मतलब होगा वे शिशु और अन्य मरीज मारे जाएंगे।