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अपहरणकर्ता नहीं कस्टमर थे चारों युवक, पति पत्नी चला रहे थे जिस्मफरोशी का गोरखधंधा

पकड़े गए चारों आरोपी निकले ग्राहक अपहरण नहीं बकाया पैसे नहीं देने पर उठाकर ले गए थे साथ

दिल्ली से राजधानी आकर पति पत्नी चला रहे थे सेक्स रैकेट

बिजनौर पुलिस ने पीड़ित को कानपुर से बरामद कर चार आरोपियों को पकड़ा

लखनऊ। राजधानी के बिजनौर इलाके में हिमांशी पत्नी महेन्द्र जो दिल्ली की रहने वाली है। उन्होंने पुलिस को शुक्रवार को तहरीर देकर बताया था कि वो पति के साथ होटल एस आर होटल पहुंची थी जहां चार लोगों ने आकर उनके पति से गाली गलौज और मारपीट कर उन्हें अपहरण कर ले गए और छोड़ने के एवज में 5 लाख रुपए की मांग रखी है। जिसके बाद पुलिस ने आनन फानन में मामला दर्ज किया और जांच पड़ताल में जुट गई लेकिन जब रविवार को जनपद कानपुर से चारों आरोपियों हिमांशु यादव, संदीप सिंह, श्याम जी कुशवाहा, सौरभ यादव को पकड़ा और पूछताछ की तो कहानी कुछ और निकली मामला अपहरण का नहीं बल्कि जिस्मफरोशी का निकला और विवाद पैसों का था, जिसके बाद अपहरण की कहानी झूठी साबित हुई और मामला दर्ज कराने वाले पति पत्नी जिस्मफरोशी के सौदागर निकले जो ऑनलाइन ग्राहक को बुक कर उन्हें सर्विस पहुंचाते थे। बहरहाल पुलिस ने चारों को सलाखों के पीछे भेज दिया और सेक्स रैकेट चलाने वाले दम्पति समेत गिरोह के लोगों के खिलाफ कार्रवाई की बात कर रही है।

डीसीपी तेज स्वरूप सिंह के अनुसार 12 जुलाई को हिमांशी कालरा ने सूचना दी थी की उनके पति महेंद्र कालरा को पैसों के विवाद में कुछ लोग अपहरण कर साथ ले गए जिसके बिजनौर पुलिस मामले की जांच पड़ताल शुरू की और घटना का पर्दाफाश किया जिसमें महेन्द्र को कानपुर से बरामद किया गया जिसमें कानपुर इटावा के लड़के है जो पहले जेल जा चुके वहीं महेन्द्र कालरा पहले भी राजधानी आ चुका है, और पत्नी हिमांशी के साथ मिलकर जिस्मफरोशी का धंधा करता है, और ऑनलाइन बुक कर ग्राहक को बुलाते है, वहीं जिन लोगों ने इन्हे अपहरण किया उन से पैसों लेकर विवाद था और पैसों के लिए वो लोग आए थे जिसके महेन्द्र कालरा को उठाकर साथ ले गए थे। चार लोगों को दबोचा गया साथ ही और भी कई लोगों के बारे में जानकारियां जुटाई जा रही है।

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