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अपना त्यौहार, अपनों को रोजगार, जिहादियों पर प्रहार ; करवाचौथ से पहले VHP ने जारी किया फरमान

-मुस्लिम लड़कियों पर अपने भाइयों को हिंदू युवतियों के नंबर देने का लगाया आरोप

मुजफ्फरनगर (ईएमएस)। ‎‎विश्व ‎हिंदू प‎‎रिषद ने करवा चौथ पर मु‎स्लिम लड़‎कियों से मेहंदी नहीं लगवाने का फरमान जारी ‎किया है। गौरतलब है ‎कि आगामी 1 नवंबर को करवा चौथ का त्यौहार आनेवाला है। इसको लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में विश्व हिंदू परिषद ने एक फरमान जारी किया है। जिसका नगर में बाकायदा पर्चे बांटकर प्रचार भी किया जा रहा है। फरमान में लिखा गया है ‎कि अपना त्यौहार, अपनों को रोजगार, जिहादियों पर प्रहार। करवाचौथ के इस पवित्र त्योहार पर हिंदू बहनों से ही मेहंदी लगवाएं। दरअसल, करवाचौथ के त्यौहार पर अल्पसंख्यक समुदाय के युवक-युवतियां व्रत रखने वाली हिंदू महिलाओं के हाथों पर मेहंदी लगाने का काम करते हैं। जिसको लेकर विश्व हिंदू परिषद का कहना है कि हिंदू बहू-बेटियों के हाथों पर मेहंदी लगाने के बहाने यह लोग लव जिहाद को बढ़ावा देते हैं। इसी के चलते विश्व हिंदू परिषद की तरफ से नगर में 30 और 31 अक्टूबर को 12 जगहों पर मेहंदी केंद्र भी बनाए जाएंगे। जहां पर करवाचौथ का व्रत रखने वाली महिलाएं हिंदू युवतियों से आकर मेहंदी लगवा सकेंगी, जिसके प्रचार के लिए पैम्फलेट भी बांटे जा रहे हैं।

विश्व हिंदू परिषद का कहना है कि करवाचौथ के दौरान बजरंग दल के कार्यकर्ता लगातार सड़क पर उतरकर जहां जगह-जगह दुकानों पर जाकर मेहंदी लगा रहे युवक-युवतियों के आधार कार्ड चेक करेंगे और अगर कोई युवक या युवती अल्पसंख्यक समाज से पाया जाता है तो ये लोग उन्हें किसी भी हालत पर मेहंदी लगाने नहीं देंगे। इसे लेकर बीएचपी के प्रांत गौरक्षा प्रमुख ललित माहेश्वरी के घर एक बैठक हुई जिसमें करवा चौथ को लेकर आगे की रणनीति भी तैयार की गई। मीडिया से बात करते हुए ललित माहेश्वरी ने कहा, अभी एक हमारा पवित्र पर्व करवा चौथ आ रहा है तो उस पर सभी हमारी हिंदू महिलाएं व बच्चियां मेहंदी लगवाती हैं और अभी तक का अनुभव यह है कि मुस्लिम लड़की और लड़के मेहंदी लगाते हैं और हमारे इस त्यौहार को दूषित करते हैं।
बीएचपी नेता ललित माहेश्वरी ने कहा, मुस्लिम लड़कियां मेहंदी लगाने के दौरान हिंदू युवतियों के नंबर लेकर अपने भाइयों को देती हैं, जिससे बाद में फोन पर वार्तालाप शुरू होता है और हमारे यहां की बहनें फुसलाई जाती हैं।

मुस्लिम लड़का ही नहीं, अगर मुस्लिम लड़की भी मेहंदी लगा रही होगी तो हम उसे नहीं बैठने देंगे। यही नहीं, उनका आधार कार्ड चेक करेंगे और उनके चेहरे से फोटो का मिलान करेंगे। पिछले वर्ष भी ऐसे ही किया था और हम बिल्कुल भी किसी मुस्लिम लड़की या लडके को अपने यहां मेहंदी नहीं लगाने देंगे। हम उसकी दुकान सख्ती के साथ उठा देंगे। हमने पहले से ही सब दुकानदारों को बता रखा है कि यहां जिसे भी मेहंदी लगवानी है, वो आप पहले से ही देखकर रखें और केवल हिंदू लड़के या लड़की हों ताकि हमारे इस त्यौहार की पवित्रता बनी रहे!

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