40 दिन हनुमान चालीसा को पढ़कर हर मनोकामना पूरी होने वाली बात को हकीकत में बदलने के लिए हम आपको कोई अलग मंत्र या कोई अनोखी पूजा का तरीखा नहीं बताएंगे… जिस तरह से हनुमान चालीसा है उसके कुछ secret perspective को हम आपको समझाएंगे जिससे आप अपने जीवन की हर मुश्किल घड़ी से निकल सकते हैं।
सबसे पहले हम ये समझ लीजिए कि हनुमान चालीसा में केवल 40 चौपाई हैं, जो जय हनुमान ज्ञान गुण सागर से लेकर तुलसीदास सदा हरि चेरा कीजिये नाथ हृदय महादेवा… यहाँ तक है… लेकिन स्टार्टिंग में जो दोहा आता है श्री गुरु चरण सरोज रज निज मन मुकुर सुधार और जो अंत में आता है पवन तनय, संकट हरण, मंगल मूर्ति रूप तो ये जो स्टार्टिंग और एंड का दोहा है, ये हनुमान चालीसा का भाग नहीं है।
लेकिन ऐसा नहीं कि इसका कोई महत्व नहीं… असल में ये एक ऐसी लाइनें हैं जो आपकी सराउन्डिंग में एक अनोखी एनर्जी पैदा करती है… कौन सी एनर्जी कैसी एनर्जी इसको समझने के लिए सबसे पहले आपको बताते हैं कि हमारे धर्म के अंदर दो तरह की पूजा होती है। जिसमें एक कम्यूनिटी में होती है, जहां पर लोग साथ में मिलकर पूजा करते जैसे बड़े-बड़े हवन होते कीर्तन होते…और एक होती है पर्सनल पूजा जो हम अपने घरों में करते हैं।
आप जब यही अकेले पूजा करते अपने किसी इष्ट की या अपने गुरु की तो आप गुरु पूजा के लिए जब मंत्र पढ़ते तब आप गुरु की शक्तियों को इनवोक करते हैं जिसकी वजह से आप गुरु की एनर्जी को आपने रूम में महसूस कर सकते हैं।
गुरु पूजा करते समय कुछ पंक्तियाँ आती हैं जैसे श्री गुरु चरण कमलेभ्यो नम
अब आप ध्यान दीजिए कि ये ठीक उसी तरह है जैसे हनुमान चालीसा की जो स्टार्टिंग की लाइन है… श्री गुरु चरण सरोज रज… तो ये जो दोहा है, ये गुरु पूजा की तरह ही एक इनवोकेशन है उस एनर्जी का जो आपकी हनुमान चालीसा के पाठ में आपकी सहायता करता है।
लेकिन खास बात ये है कि इसका मतलब जानकर अगर आप हनुमान चालीसा पढ़ेगे तो आपको निश्चित रुप से फायदा मिलेगा… इसका मतलब है कि मैं गुरु के चरणों में नमन करता हूं अगर इस चालीसा को पढ़ने में मुझसे कोई गलती हो जाए तो मुझे माफ करना।
अब बता दें कि ये दोहा इतना पावरफुल है कि इसकी मदद से आप हनुमान चालीसा के पाठ के दौरान कोई गलतियाँ भी करते हैं तो वो नेगलेक्ट हो जाएगी।
लेकिन हम फिर से कहेंगे कि अगर आप लगातार 40 दिन तक इस दोहे के मतलब को अपने दिमाग में सोचते हुए पढ़ेगे तो आपको मन चाहे फल मिलेंगे… बस मन सच्चा रखना होगा और मतलब याद रखना होगा।
तो दोस्तों, समझ गए न आप कि किस तरह से आपको हनुमान जी को खुश करना है और चालीसा का पाठ करना है… इसके साथ ही आपको बता दें कि मंगलवार को हमारे हिन्दू धर्म में बहुत पवित्र माना जाता है… वहीं ये दिन बजरंगबली के नाम होता है…. इस दिन श्री राम के परम भकित को प्रसन्न करना काफी आसान होता है…. इस दिन किए जाने वाले कुछ उपायों से जीवन की सभी परेशानियां दूर होती हैं…. फिर चाहे वो बड़ी जिक्कतें हो या फिर रोज मर्रा की छोटी परेशानियां…
ऐसा कहा जाता है कि अगर आपके जीवन में पैसों की तंगी चल रही है और हर रोज आपकी खाली जेब आपका मजाक उड़ाती है तो ऐसे में आप रोज रात में सोने से पहले सामने सरसों के तेल का मिट्टी का दीपक बजरंगबली के सामने जलाएं और हनुमान चालीसा का पाठ करें, इससे धन संबंधी परेशानियां दूर होती हैं।
सिर्फ यही नहीं अगर हम ज्योतिष शास्त्र के नजरिए से देखें तो पैसों की तंगी से बाहर निकलने के लिए रामायण या श्रीरामचरित मानस का पाठ करना चाहिए और तो और आप हर रोज इनके दोहे भी पढ़ सकते हैं…
ऐसा करने से आपको मन की शांति के साथ साथ पैसों में भी तरक्की मिलेगी जो आपके जीवन से हर एक दुख दर्द को दूर कर देगी।
वहीं दोस्तों, अगर आपके जीवन की परेशानियों का कारण आपके विरोधी हैं और उनकी ही वजह से आपके मन को शांति नहीं मिल पा रही है तो ऐसे में बजरंगबली की फोटो या पोस्टर घर की सबसे पवित्र जगह पर ऐसे लगाएं कि हनुमान जी दक्षिण दिशा की ओर देखते हुए नजर आएं… यह उपाय आपके विरोधियों की नकारात्मक energy को शान्त करके आपके घर में धन की वृद्धि करेगा और सभी दुख दर्द को भी दूर कर देगा… इसके अलावा आप किसी शुभ दिन या फिस किसी भी त्योहार के दिन हनुमानजी का विशेष शृंगार भी कर सकते हैं… ऐसा करके आपको बजरंगबली का आशीर्वाद मिलेगा जो आपका जीवन और आसान बना देगा।
दोस्तों, वैसे तो बजरंगबली की पूजा या फिर उनको याद करने के लिए किसी खास दिन की जरूरत नहीं होती लेकिन फिर भी मंगवार और शनिवार को हनुमानजी की पूजा के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है…. इसीलिए कहा जाता है कि हफ्ते के इन दोनों दिन ही 11 पीपल के पत्ते लेकर साफ पानी से धोने के बाद पत्तों पर चंदन से या कुमकुम से श्रीराम का नाम लिखकर, हनुमानजी मंदिर में इन पत्तों को चढ़ाना चाहिए।