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संभल हिंसा: पुलिस ने जारी किए पत्थरबाजों के पोस्टर, 27 गिरफ्तार; जानिए मस्जिद को लेकर क्या है विवाद?

संभल हिंसा: पुलिस ने जारी किए पत्थरबाजों के पोस्टर, 27 गिरफ्तार; अब कैसे हैं हालात?

उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा के बाद सरकार सख्त कार्रवाई कर रही है।पुलिस ने हिंसा में शामिल 100 पत्थरबाजों के पोस्टर जारी किए हैं। इनमें से ज्यादातर के मुंह पर रुमाल बंधा है और हाथों में पत्थर हैं। पुलिस अब इन पोस्टरों को सार्वजनिक स्थानों पर लगाने की तैयारी कर रही है, ताकि पत्थरबाजों की पहचान हो सके।नुकसान की भरपाई भी हिंसा में शामिल लोगों से की जाएगी। 

11 FIR दर्ज और 27 गिरफ्तार

मुरादाबाद के कमिश्नर आजनेय कुमार सिंह ने कहा, “अब तक 11 FIR दर्ज की गई हैं। इनमें 7 पुलिस की तरफ से और 4 मृतकों के परिजनों की ओर से हैं। 27 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें 3 महिलाएं और 3 नाबालिग शामिल हैं। 74 संदिग्धों की पहचान हो चुकी है, जिनके खिलाफ गिरफ्तारी की कार्यवाही जारी है। वीडियो और फोटो के माध्यम से जनता की मदद लेकर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है।” 

मंत्री बोले- नुकसान की भरपाई उपद्रवियों से होगी

उत्तर प्रदेश के आबकारी राज्यमंत्री नितिन अग्रवाल ने कहा, ‘कानून व्यवस्था बिगाड़ने तथा माहौल खराब करने वालों के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा संभल में जो माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई, उस पर सरकार सख्त कार्रवाई करने जा रही है। पत्थरबाजी करने वाले, माहौल बिगाड़ने वाले, दंगा भड़काने वाले उपद्रवियों के पोस्टर सार्वजनिक स्थान पर लगने वाले हैं। साथ ही सार्वजनिक संपत्ति को जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई उपद्रवियों से कराई जाएगी।’ 

मदनी ने CJI को लिखा पत्र

जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद महमूद मदनी ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (CJI) संजीव खन्ना को पत्र लिखा है।उन्होंने लिखा, “सर्वे के नाम पर की जाने वाली गतिविधियां जनता के विश्वास को कमजोर कर रही हैं और अशांति, सामाजिक भेदभाव और चिंता का कारण बन रही हैं। यह देश की एकता को खंडित कर रही है और धर्मनिरपेक्ष संरचना को क्षति पहुंचा रही है।”उन्होंने CJI से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। 

संभल में हालात सामान्य लेकिन तनावपूर्ण

संभल में फिलहाल अघोषित कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने इंटरनेट पर लगी रोक को 29 नवंबर की शाम 4 बजे तक के लिए बढ़ा दिया है।संभल शहर काजी ने जुमे की नमाज के लिए लोगों से जामा मस्जिद न आने की अपील की है।हिंसा को देखते हुए खुले में पेट्रोल बेचने पर पाबंदी लगा दी गई है।प्रशासन ने 1 दिसंबर तक बाहरी व्यक्तियों के आने पर रोक लगा दी है। 

मस्जिद को लेकर क्या है विवाद?

संभल के मोहल्ला कोट स्थित जामा मस्जिद को लेकर हिंदू पक्ष का दावा है कि इस जगह पर पहले श्री हरिहर मंदिर था।इस संबंध में 19 नवंबर को हिंदू पक्ष ने जिला कोर्ट में वाद दायर किया था। इसके बाद कोर्ट ने मस्जिद के सर्वे का आदेश दिया था।24 नवंबर को सर्वे के दौरान यहां हिंसा भड़क गई थी, जिसमें 5 लोग मारे गए थे। मामले पर 29 नवंबर को अगली सुनवाई होगी।

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