देश के ज्यादातर राज्यों में दक्षिण-पश्चिम मानसून एक्टिव हो गया है। जिन इलाकों में अब तक मानसून नहीं पहुंचा है, अगले कुछ दिनों में वहां भी मानसून की एंट्री हो जाएगी। मुंबई और राजस्थान में झमाझम बारिश हो रही है। भोपाल में शुक्रवार को ढाई घंटे में सवा तीन इंच पानी गिरा। कई जगह पेड़ गिर गए और सड़कों पर जलभराव की स्थिति बन गई।
कहीं मध्यम तो कहीं तेज बारिश का अलर्ट
मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मुंबई, मध्य प्रदेश, दिल्ली, पंजाब-हरियाणा में कहीं-कहीं मध्यम, तो कहीं भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मध्य प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों, दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, पूर्वी राजस्थान, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक और उत्तरी केरल के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी दी है।
जून में 8% कम बारिश हुई
देश में बारिश तो शुरू हो गई है, लेकिन मानसून को लेकर अभी भी चिंता बनी हुई है। देशभर में सामान्य से 8% कम बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग का कहना है कि यह बहुत बड़ी कमी नहीं है, इतनी बारिश सामान्य श्रेणी की ही मानी जाएगी। आंकड़ों की मानें तो जून में सेंट्रल इंडिया में सामान्य से 30% कम बारिश रिकॉर्ड की गई। दक्षिण भारत में सामान्य से 14% हुई।
नॉर्थ-वेस्ट भारत में सामान्य से 12% तक कम बारिश पिछले महीने रिकॉर्ड हुई, लेकिन इसी दौरान ईस्ट और नॉर्थ-ईस्ट में सामान्य से 22% ज्यादा बारिश हुई। मौसम विभाग का कहना है कि अगर बारिश 10% तक है तो उसे सामान्य माना जाता है।
मध्यप्रदेश में जुलाई के पहले दिन ही झमाझम बारिश
मध्यप्रदेश में जुलाई के पहले दिन सुबह से बारिश हो रही है। भोपाल में ढाई घंटे में सवा तीन इंच पानी गिरा। कई जगह पेड़ गिर गए। सड़कों पर जलभराव की स्थिति बन गई। निचले इलाकों की कॉलोनियों में पानी भर गया। बारिश के कारण न्यू मार्केट में बनी नई सड़क उखड़ गई। यह सीजन में पहली बार है, जब एक दिन में सबसे ज्यादा पानी गिरा है।
प्रदेश में मानसून की बारिश के हालात देखें तो 24 घंटे में शुक्रवार दोपहर तक नर्मदापुरम में 5.5 इंच, बैतूल में 5 इंच, देवास, सीहोर में 4.5-4.5 इंच, उज्जैन, अशोकनगर, मंदसौर 3-3 इंच पानी गिर चुका था। नर्मदापुरम् के तवा डैम में 30 घंटे में 5 फीट पानी बढ़ा। इसके अलावा बैतूल के सतपुड़ा डैम से भी पानी छोड़ने के कारण जलस्तर बढ़ा। हालांकि, शुक्रवार को मौसम साफ रहा।
बिहार में सामान्य से अधिक बारिश हुई
बिहार में मानसून की कमजोर दस्तक के बाद भी बारिश सामान्य से 6 फीसदी अधिक हुई है। बीते 3 दिनों की बारिश ने पूरे महीने का कोटा पूरा कर लिया। एक से 27 जून तक राज्य में महज 99.5 MM बारिश हुई, जो सामान्य से 29 प्रतिशत कम थी। संकेत सूखे का था, लेकिन बीते 72 घंटे की बारिश ने हालात बदल दिए।
10 साल में तीसरा सबसे कम बारिश वाला जून
मध्यप्रदेश में बीते 10 साल की बात की करें, तो इस साल जून में बारिश काफी कम हुई। बीते सालों की तुलना में यह तीसरा सबसे कम बारिश वाला जून रहा। वर्ष 2014 में सबसे कम बारिश ढाई इंच हुई थी। 2019 में करीब 4 इंच बारिश हुई थी। 2022 का जून कम बारिश के मामले में तीसरे नंबर पर आ गया है।
UP में मूसलाधार बारिश के आसार
UP में आज मूसलाधार बारिश के पूरे आसार बने हुए हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश के 23 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। दोपहर बाद पूरे UP को मानसून अपने आगोश में ले लेगा। मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। बुंदेलखंड के साथ कानपुर और लखनऊ में 20 मिमी तक बारिश के आसार हैं। पूर्वी UP में 50 मिमी से अधिक बरसात संभव है।
पूर्वी UP के इन जिलों में भारी बारिश के आसार
देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर, महराजगंज, आजमगढ़, बलिया, मऊ, बस्ती, संतकबीर नगर, सिद्धार्थ नगर, बहराइच, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, अयोध्या, अंबेडकरनगर, सुल्तानपुर, अमेठी, बाराबंकी, चंदौली, गाजीपुर, जौनपुर, वाराणसी में भारी बारिश के आसार हैं।
राजस्थान में बारिश से लोगों को राहत
राजस्थान के सीकर में गुरुवार शाम से बारिश का दौर जारी है। कभी रुक-रुककर तो कभी तेज बारिश हो रही है। लगातार बारिश के चलते जहां आमजन को गर्मी से राहत मिली है। वहीं मौसम भी पूरी तरह से सुहावना हो चुका है। फिलहाल मौसम विशेषज्ञों की माने तो तीन दिन जिले में तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना है।
हर बारिश में नवलगढ़ रोड पर जलभराव
सीकर शहर में अब तक प्री- मानसून में चार से पांच बार बारिश हो चुकी है। हर बार नवलगढ़ रोड पर जल भराव की स्थिति बनी है। हर बारिश में यहां आमजन को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। नगर परिषद प्रशासन की मानें तो अगले मानसून तक इस समस्या का समाधान हो जाएगा।
पंजाब में 6 जुलाई तक बारिश के आसार
पंजाब के कुछ हिस्सों में गुरुवार को मानसून पहुंच गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार शुक्रवार तक यह पूरे प्रदेश को कवर कर लेगा। आने वाले दिनों में राज्य में भारी बारिश की संभावना है। शुक्रवार को अमृतसर सहित प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बारिश होने के आसार हैं। बारिश का यह सिलसिला 6 जुलाई तक जारी रहेगा।