– प्री मानसून की होती रहेगी बारिश, उमस भरी गर्मी से मिलेगी राहत
कानपुर । बंगाल की खाड़ी से चल रही नम हवाओं से मानसून धीरे धीरे उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ रहा था। मौसम वैज्ञानिक भी पूर्वानुमान जता चुके थे कि 22 जून के आसपास कानपुर मण्डल सहित उत्तर प्रदेश में बारिश तेज हो जाएगी, लेकिन समुद्री गतिविधियों से मानसून कमजोर पड़ गया। इससे अब 27 जून के बाद ही मानसून की तेज बारिश हो सकेगी।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ एस एन सुनील पाण्डेय ने गुरुवार को बताया कि पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर और आसपास के इलाकों पर बना हुआ है। प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर पश्चिमी राजस्थान पर बना हुआ है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र झारखंड और ओडिशा के आसपास के हिस्सों पर बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा दक्षिण गुजरात तट से केरल तट तक फैली हुई है। देश के उत्तरी हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से अच्छी बारिश हो रही है।
पहाड़ों और मैदानी इलाकों में प्री-मानसून बारिश हो रही है। आज भी, उत्तरी भागों में दिन के दौरान कुछ प्री-मानसून बौछारें देखी गई हैं। हालांकि, अब उत्तरी मैदानी इलाकों में बारिश की गतिविधि कम होने के लिए तैयार है और कल प्री मानसून गतिविधि उत्तर भारत की पहाड़ियों तक ही सीमित रहेगी। कानपुर मण्डल सहित मैदानी इलाकों में कोई महत्वपूर्ण बारिश नहीं होगी और केवल एक-दो जगहों पर गतिविधि देखी जा सकती है।
बताया कि 27 जून तक उत्तरी मैदानी इलाकों और पहाड़ियों पर भी बारिश नहीं होगी। इसके बाद 28 जून के आसपास बारिश तेज हो जाएगी और अगले सप्ताह उत्तर भारत में कुछ बारिश हो सकती है। ये बारिश दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत के लिए एक अग्रदूत के रूप में कार्य कर सकती है और माह के अंत में ही मानसून की बारिश हो सकती है।