कारागारों की सुरक्षा के लिए तकनीक का उपयोग किया जाए : मुख्यमंत्री योगी
-सौ दिनों में सात वीडियो कांफ्रेंसिंग इकाईयों का पुनर्स्थापन और कारागार मुख्यालय में मल्टी कांफ्रेंस यूनिट की स्थापना
लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सतत प्रयासों से कारागार प्रशासन एवं सुधार विभाग ने गत वर्षों में बंदियों के रचनात्मक कार्यों को बढ़ावा दिया है। कारागारों में सुरक्षा व्यवस्था बेहतर हुई है। इसे और सुदृढ़ किए जाने की आवश्यकता है।
विभागीय प्रस्तुतिकरण देखने के बाद मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कारागारों की सुरक्षा के लिए अधिक से अधिक तकनीक का उपयोग किया जाए। सौ दिनों में सात वीडियो कांफ्रेंसिंग इकाईयों का पुनर्स्थापन और कारागार मुख्यालय में मल्टी कांफ्रेंस यूनिट की स्थापना की जाए।
जेलों में बंदियों के ओवर क्राउंडिंग की समस्या के निदान के लिए पुराने कारागारों में नए बैरक का निर्माण किया जाए। अमरोहा, संभल, शामली और मुजफ्फरनगर में जिला कारागार के निर्माण के लिए भूमि क्रय की जाए। अमेठी, हाथरस, औरेया, हापुड़, चंदौली, भदोही, अमरोहा, सम्भल, कुशीनगर, महोबा में जिला कारागार के निर्माण की कार्यवाही शुरू की जाए।
बंदियों की समय-पूर्व रिहाई के संबंध में लागू वर्तमान नीति में संशोधन की जरूरत है। इसे अगले 100 दिनों में कर लिया जाना चाहिए।
5 से 12 साल के बच्चों के लिए वैक्सीन का रास्ता साफ
देशभर में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब 5 से 12 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए वैक्सीन का रास्ता साफ हो गया है। गुरुवार को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) के विशेषज्ञ पैनल ने 5 से 12 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए Covid-19 वैक्सीन Corbevax के लिए आपातकालीन उपयोग की अनुमति देने की सिफारिश की थी। अब केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की अनुमति से पहले DCGI की अनुमति की प्रतीक्षा है। अभी ये वैक्सीन 12-14 साल तक के बच्चों को लगाई जा रही है।
एक अंग्रेजी अखबार के अनुसार, CDSCO कोविड एक्सपर्ट समिति ने 5 से 11 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए Corbevax के आपातकालीन इस्तेमाल की सिफारिश की है। ये वैक्सीन हैदराबाद स्थित फर्म बायोलॉजिकल-ई द्वारा विकसित की गई है। कॉर्बेवैक्स Covid-19 के खिलाफ भारत का पहला स्वदेशी रूप से विकसित RBD प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन है।
बता दें कि इस साल 16 मार्च से 12 से 14 साल के बच्चों को कॉर्बेवैक्स देने की अनुमति सरकार ने दी थी। इस बीच, सरकार ने 5-12 वर्ष की आयु के बच्चों को कोविड -19 वैक्सीन, कोवैक्सिन के उपयोग की मंजूरी देने से पहले अधिक डेटा मांगा है।
इससे पहले DCGI ने 28 दिसंबर, 2021 को वयस्कों के बीच आपातकालीन स्थिति में प्रतिबंधित उपयोग के लिए Corbevax को भी मंजूरी दी थी।
बता दें कि देश में गुरुवार को पिछले 24 घंटे में 2,380 नए मामले दर्ज किये गए जिससे देश में कोरोना वायरस से अब तक कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4,30,49,974 हो गई। वहीं, सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 13,433 हो गई है। दिल्ली में DDMA ने कोरोना के नियमों को पालन करने के लिए सख्त निर्देश भी जारी कर दिए हैं।
मेरठ में मौसम का बदला मिजाज, चली धूल भरी आंधी
मेरठ,। मौसम का मिजाज बदलने से गुरुवार को लोगों को भीषण गर्मी से तो राहत मिल गई, लेकिन धूल भरी आंधी चलने से लोग दिन भर परेशान रहे। मौसम विभाग ने बूंदाबंदी के आसार जताए हैं।
पश्चिम उत्तर प्रदेश में गुरुवार को धूलभरी आंधी चलने जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। इससे तापमान में गिरावट आने से लोगों को भीषण गर्मी से तो निजात मिल गई, लेकिन धूल भरी आंधी चलने से लोगों का घरों से निकलना दूभर हो गया। वेस्ट यूपी के मेरठ, बागपत, शामली, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, हापुड़, गाजियाबाद, बुलंदशहर आदि जिलों में मौसम विभाग ने बूंदाबंदी होने की बात कही है। सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विवि के मौसम वैज्ञानिक डॉ. यूपी शाही का कहना है कि इस बार होली के बाद से ही मौसम का मिजाज गर्म हो गया और समय से पहले ही गर्मी पड़ने लगी। अप्रैल महीने में ही तापमान 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। उन्होंने बताया कि मौसम का मिजाज बदलने से गुरुवार को तापमान गिरकर 32 डिग्री सेल्सियस हो गया। इससे लोगों को गर्म लू से भी निजात मिल गई।
किसानों की पेशानी पर पड़े बल
मौसम का मिजाज अचानक बदलने से किसानों की पेशानी पर बल पड़ गए हैं। इस समय गेहूं की कटाई चलने के कारण तेज आंधी से किसानों को नुकसान हुआ है। खेतों में पड़ा हुआ भूसा उड़ गया। किसानों का कहना है कि अगर बारिश हो गई तो गेहूूं की फसल भीग जाएगी और उनका बड़ा नुकसान होगा।