यूपी में 15 से 18 साल के किशोरों को कोरोना वैक्सीनेशन की पहली डोज लगने की शुरुआत आज सुबह 9 बजे हो रही है। सरकार ने अभी तक फिलहाल को-वैक्सीन की डोज लगाने की ही मंजूरी दी है। बच्चों के लिए करीब 2150 केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों की विशेष निगरानी रखी जाएगी। करीब 7500 डेडिकेटेड वैक्सीनेशन स्टॉफ सिर्फ बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए प्रदेश भर में लगाए गए है। CM योगी खुद वैक्सीनेशन का जायजा लेने लखनऊ के जिला अस्पताल का दौरा कर सकते हैं। लखनऊ में 39 केंद्र बनाए गए हैं।
टीकाकरण केंद्र पर बच्चों के लिए अलग से बनेंगे बूथ, रहेगी तैयारी पूरी
यूपी के स्टेट वैक्सीनेशन नोडल अफसर डॉ अजय घई ने बताया, ‘बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर सभी तैयारी पूरी हो गई है। बच्चों को अभी सिर्फ को-वैक्सीन के ही टीके लगेंगे। यदि किसी केंद्र पर यह भी संभव नहीं होगा। तब हम उनके लिए अलग से लाइन लगाकर वैक्सीनेशन कराएंगे’।
उन्होंने दावा किया कि को-वैक्सीन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक के वैक्सीन के बच्चों पर ट्रायल रिजल्ट पहले ही जारी कर दिए है। घबराने वाली बात नहीं है। वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है और बच्चों के बेहद जरूरी है। यदि किसी का ऑनलाइन रेजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है तो वह वैक्सीनेशन केंद्र पर जाकर ऑन स्पॉट रेजिस्ट्रेशन कराकर वैक्सीन लगवा सकते हैं।
वैक्सीन ट्रायल में बच्चों में बनी 1.7 गुना ज्यादा एंटीबॉडी
बच्चों पर को-वैक्सीन के ट्रायल के राहत भरे परिणाम आए हैं। 2-18 साल के उम्र के बच्चों पर क्लिनिकल ट्रायल में बच्चों में वयस्कों की तुलना में करीब 1.7 गुना ज्यादा एंटीबॉडी बनीं। जानकारों की मानें तो बच्चों के लिए इसकी एफिकेसी 95% तक रह सकती है। दूसरे शब्दों में कहे तो बच्चों में वैक्सीन कोरोना वायरस के खिलाफ वयस्कों की तुलना में ज्यादा सुरक्षा प्रदान करने में सक्षम हो सकती है।