लखनऊ में आज से सीएम योगी का जनता दरबार शुरू हो चुका है। योगी सरकार 2.0 में आज से जन समस्याओं के समाधान के लिए सुबह 9 बजे से जनता दरबार शुरू हुआ। प्रदेश भर से बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्याएं लेकर मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचे। हालांकि जनता की फरियाद सुनने के लिए आज खुद सीएम योगी मौजूद नहीं थे, लेकिन सीएम की अनुपस्थिति में राज्यमंत्री अजीत पाल ने लोगों की समस्याओं की सुनवाई की।
दरअसल, जनता दरबार के लिए दो राज्य मंत्रियों को भी जिम्मेदारी दी गई है। जब सीएम लखनऊ में मौजूद नहीं होंगे, तो उनकी गैर-मौजूदगी में राज्यमंत्री अजीत पाल और बलदेव सिंह औलख सीएम आवास पर जनता दरबार में आए लोगों की समस्याएं सुनेंगे। इसके साथ सीएम ऑफिस के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। इन शिकायतों पर सीएम दफ्तर कार्रवाई करेगा।
155वीं बार लगातार सीएम की जनता दरबार में लगाई गुहार
सीएम आवास पर पहुंचने वाले फरियादियों में से कुछ ऐसे भी हैं जो लगातार यहां आ रहे हैं। मिर्जापुर के रहने वाले देवमणि पाठक का दावा है कि आज वो सीएम योगी तक अपनी समस्या पहुंचाने आए हैं। वह 155वीं बार आज पहुंचे थे। जब से योगी सीएम बने हैं वो हर दरबार में आकर अपनी अर्जी देते हैं, लेकिन अधिकारी उस पर एक्शन नहीं लेते। मृतक आश्रित सेवा योजन नियमावली 1074 के तहत प्रताड़ित हैं। इनका दावा है कि जब इनके पिता की मौत हुई थी, तब घर में कोई बालिग नौकरी करने वाला नहीं था। जब बालिग हुए तो अप्लाय किया, लेकिन तत्कालीन पुलिस अधिकारियों ने कोई सुनवाई नहीं की।
दो मंत्रियों को मिली जनता दरबार की जिम्मेदारी
मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित होने वाले जनता दरबार में हर सोमवार को प्रदेश के विज्ञान और प्रौद्योगिकी, आईटी और इलेक्ट्रानिक्स विभाग के राज्यमंत्री अजीत पाल मौजूद रहेंगे। इसके साथ ही हर मंगलवार को प्रदेश के कृषि, कृषि शिक्षा और अनुसंधान विभाग के राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख मौजूद रहेंगे। इसके अलावा सीएम की गैर-मौजूदगी में भी इन में से किसी एक मंत्री को जिम्मेदारी दी जाएगी।
2017 में सीएम योगी ने जनता दरबार की शुरुआत की थी
बता दें कि 2017 में मुख्यमंत्री बनने के तुरंत बाद सीएम योगी ने जनता दरबार की शुरुआत की थी। हालांकि कोरोना महामारी के कारण इसे बंद कर दिया गया था, लेकिन अब एक बार फिर आज से सीएम आवास पर जनता दरबार शुरू हो चुका हैं। बता दें कि प्रदेश के सभी जिलों में जिला और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को जनता की हर समस्या सुनने के लिए समय दिया गया है। यदि वहां पर जन समस्याएं नहीं सुनी जा रही हैं तो फरियादी लखनऊ में सीएम योगी के आवास पर जनता दरबार में अपनी समस्या लेकर पहुंच सकते हैं।