– प्रदेश में तीन दिन भारी बारिश की संभावना
भोपाल (हि.स.)। मध्यप्रदेश में इस बार मानसून ने पूरे प्रदेश को तरबदर कर दिया है। एक बार फिर बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम रविवार से एक्टिव हो रहा है। मौसम विभाग ने बताया कि अगले 3 दिन तक मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से- जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग में भारी बारिश होगी। वहीं, आज रविवार को सिंगरौली, सीधी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडौरी, सिवनी, मंडला, बालाघाट और मैहर में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है।
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया (निम्न दाब क्षेत्र) एक्टिव हो गया है। यह आगे बढ़ रहा है। अगले 24 घंटे के दौरान यह मध्यप्रदेश में छा जाएगा। मानसून ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी सक्रिय है। इस वजह से भारी बारिश का अलर्ट है। हालांकि 18 सितंबर से प्रदेश में बारिश की एक्टिविटी घट जाएगी। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान रीवा, मऊगंज, सतना, कटनी, जबलपुर, छिंदवाड़ा में भी तेज बारिश की संभावना जताई है। जबकि इंदौर-उज्जैन संभाग में धूप खिली रहेगी। वहीं, भोपाल, ग्वालियर और नर्मदापुरम संभाग में हल्की गरज-चमक और धूप-छांव वाला मौसम रहेगा।
पिछले 24 घंटे में मध्यप्रदेश के चार जिले इंदौर, सागर, सीधी और छतरपुर में बारिश हुई। सबसे ज्यादा पानी सीधी में पौन इंच, छतरपुर जिले के खजुराहो में आधा इंच पानी गिरा। इंदौर, सागर और नौगांव में बूंदाबांदी हुई। वहीं, भोपाल के पास कोलार डैम का रविवार सुबह 8 बजे एक गेट खोल दिया गया। डैम प्रभारी हर्षा जैनवाल ने बताया कि डैम में पानी की आवक हो रही है, इसलिए यह फुल हो गया है।
भोपाल, ग्वालियर समेत 35 जिलों में बारिश का कोटा फुल हो चुका है। यहां 100 से 195 प्रतिशत तक पानी गिर चुका है। एमपी में अब तक औसत 40.4 इंच बारिश हो चुकी है। श्योपुर सबसे अव्वल है। यहां सामान्य की दोगुनी यानी, 195 प्रतिशत तक बारिश हो चुकी है। सबसे ज्यादा पानी मंडला में गिरा है। यह पहले नंबर पर है। यहां अब तक 55.6 इंच पानी बरस चुका है। 4 जिले- सीहोर, छतरपुर, शाजापुर और शहडोल ऐसे हैं, जहां 96 से 100 प्रतिशत तक पानी गिरा है। यह कैटेगिरी सामान्य बारिश के दायरे में आती है। अभी रीवा जिला सबसे पीछे है। यहां सामान्य की 61.47 प्रतिशत यानी, 24 इंच पानी ही गिरा है।