बागपथ, (हि.स.)। दिल्ली एनसीआर क्षेत्र के जिला बागपत ने दिल्ली में प्रदूषण के रिकोर्ड को कड़ी टक्कड़ दे रहा है।गुरुवार को दिल्ली का एक्यूआई जहां 450 दर्ज किया गया, वहीं बागपत जिले में यह 457 के पार पहुंच गया। दिल्ली से निकाली गयी फैक्टरियां बागपत में स्थापित कर यहां की आबोहवा को दूषित कर दिया गया है।
बागपत जिले में प्रदूषण को लेकर बैठकें तो अधिकारियों ने कर लीं लेकिन उन फैक्टरियों पर कारवाई करने में असफल रहे जिन्होंने यहां की आबोहवा को खराब किया है। ईंट भठ्ठों पर रबर और प्लास्टिक का कचरा स्टोक कर ईंट भठ्ठों में झोंका जा रहा है। पॉलिथीन और कचरे को रिसाईकल करने की आड़ में कचरा जलाकर प्रदूषण फैलाया जा रहा है। खेकड़ा रटौल क्षेत्र में चल रही ऐसी फैक्टरियों को लेकर राजबीर त्यागी का कहना है कि ऐसी फैक्टरियों के खिलाफ ग्रामीणों ने लिखित में शिकायतें कई बार की हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं है। फल पटटी क्षेत्र में भी अवैध रूप से रात के अंधेरे में ऐसी फैक्टरियां संचालित हैं। जिलाधिकारी बागपत जितेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि बढ़ते प्रदूषण को लेकर जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक बुलाई गई है। प्रदूषण कम करने के उपायों पर चर्चा होगी। प्रदूषण विभाग को भी जरूरी दिशा निर्देश दिए गए है।