जयपुर (हि.स.)। राजस्थान में पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर और बाड़मेर की ओर से मानसून की विदाई शुरू हो गई है। इस बार प्रदेश में आठ दिन बाद मानसून की रवानगी शुरू हुई है। प्रदेश में मानसून की विदाई औसतन 17 सितंबर तक हो जाती है। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो पूर्वी राजस्थान में मानसून अभी और ठहरेगा। बारिश का दौर जारी रहेगा।
उदयपुर संभाग में बारिश का दौर जारी है। बीते 24 घंटे में राज्य में सर्वाधिक बारिश उदयपुर में सोमवार को 68.4 मिलीमीटर और माउंट आबू में 42 मिलीमीटर बारिश हुई। जयपुर में 21.3, चित्तौडगढ़ में 15.2 और पिलानी में 20 मिलीमीटर बारिश हुई। श्रीगंगानगर के रावला क्षेत्र में नौ मिमी बरसात मापी गई। हनुमानगढ़ के डूंगराना में भी 8 मिमी पानी बरसा। श्रीगंगानगर के कुछ एरिया में छोटे साइज के ओले भी गिरे। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को बीकानेर संभाग जयपुर, अजमेर, कोटा व उदयपुर संभाग के कुछ भागों में हल्के से मध्यम बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है। इसी प्रकार 27 सितंबर को तीन-चार दिनों के दौरान राज्य के अधिकांश भागों में बारिश की गतिविधियों में कमी होने की संभावना है।
मध्यप्रदेश में हो रही भारी बारिश के चलते इस सीजन में दूसरी बार चम्बल के चारों बांधों के दूसरी बार गेट खोलकर पानी की निकासी की गई। सोमवार को गांधीसागर से तीन छोटे गेट खोलकर 58 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया। राणा प्रताप सागर बांध के दो गेट खोलकर 66598 क्यूसेक, जवाहर सागर बांध के चार गेट खोलकर 69614 क्यूसेक, कोटा बैराज के छह गेट खोलकर 77059 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया। गांधी सागर बांध में 64549 क्यूसेक, राणा प्रताप सागर बांध में 64359 क्यूसेक, जवाहर सागर बांध में 75498 क्यूसेक पानी की आवक हो रही है। इससे पहले 17 सितम्बर को चम्बल के चारों बांधों के गेट खोले गए थे। यह तीन दिन तक खुले रहे थे। मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि राजस्थान में अगले कुछ दिन हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां जारी रह सकती हैं। फिर सितंबर के आखिरी तक प्रदेश से मानसून पूरी तरह जा सकता है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर भारत में एक्टिव पश्चिमी विक्षोभ के कारण राजस्थान के उत्तरी हिस्से में दो दिन से तेज हवा के साथ बारिश हो रही है।
राजस्थान के जैसलमेर, बाड़मेर के अलावा बीकानेर के कुछ हिस्सों से कल मानसून की विदाई हो चुकी है। वर्तमान में मानसून की विड्रॉल लाइन नोखा, जोधपुर, बाड़मेर से होकर गुजर रही है। बीकानेर, श्रीगंगानगर पाकिस्तान की सीमा पर अब एंटी साइक्लोन बन गया है। मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि विपरीत चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र (घड़ी की दिशा में घूमने की स्थिति) बनने के साथ अब राज्य में मानसून तेजी से वापस होने लगेगा। मौसम केंद्र जयपुर की ओर से अगले तीन दिन प्रदेश में कहीं भी तेज बारिश होने का अलर्ट जारी नहीं किया गया है। संभावना है कि स्थानीय स्तर पर नमी होने के कारण बादल बनने से हल्की बारिश हो सकती है। ये बारिश कोटा, उदयपुर, अजमेर और जयपुर संभाग के जिलों में देखने को मिलेगी।