उन्नाव। पिछले तीन माह से जिले मे सर्वाधिक चर्चा का केंद्र बने मामले मे दो दिन पहले खुद को पत्रकार बताने वाले युवक पर हुए जानलेवा हमले मे सोमवार पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर अंशू गुप्ता, उसके साथी दीपक सिंह व पांच अज्ञात पर बलवा, हत्या का प्रयास व जान से मारने की धमकी की धारा में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा मामले के संज्ञान मे लेते ही टालमटोली करती खाकी न तत्काल मुकदमा दर्ज कर लिया। यद्यपि पुलिस का दावा है की जैसे ही तहरीर मिली मुकदमा दर्ज किया गया।
गौरतलब हो की बीते दिनों खुद को एक अख़बार का रिपोर्टर होने का दावा करने वाले युवक मनू awasthi को उसके साथी सचिन मिश्र ने जिला अस्पताल मे भर्ती कराया था। जहाँ पीड़ित मनू ने बताया था की उसे गोली मारी गयी। जिला अस्पताल से उस कानपुर फिर कानपुर से परिजनों लखनऊ रिफर करा ले गए थे।
मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार पीड़ित के. पिता की तहरीर पर कई मुकदमो मे नामित युवकों प्र मुकदमा दर्ज किया गया। पीड़ित के पिता नरेंद्र ने देर रात पुलिस को तहरीर देकर बताया कि बेटा 24 जून की रात 10 बजे अपनी बहन के घर शराब मिल के पास से स्कूटी से शहर आ रहा था। शराब मिल वाली गली में पीछा कर अंशू गुप्ता व दीपक सिंह ने पांच अज्ञात साथियों के साथ जान से मारने की नीयत से फायर कर दिया। इससे बेटा बेसुध होकर गिर गया। गोली बेटे के कंधे को छूती हुई निकल गई। हमलावर बेटे को मरा समझ पूरे परिवार को खत्म करने की बात भाग निकले। बेटे को आरोपित दीपक सिंह पहले भी धमकी दे चुका था। सीओ सिटी आशुतोष कुमार ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। कानपुर एलएलआर से मनू अपनी मर्जी से केजीएमयू रेफर हुआ था। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।