मीरजापुर । मड़िहान तहसील क्षेत्र के पटेहरा विकास खण्ड में सात चयनित अमृत सरोवर तालाबों में 36 लाख की लागत से जीर्णोद्धार कर जल संरक्षण को बढ़ावा देने में सरकारी अमला तेजी से लग गया है। अब अमृत सरोवर योजना में चयनित तालाबों पर काम दिखने लगा है।
गांव के प्रधान, विधायक, खंड विकास अधिकारी भी श्रमिकों के हौसलाअफजाई के लिए घंटों फावड़ा चला कर श्रमदान करते दिखने लगे हैं। यदि इसी प्रकार अमृत सरोवर योजना में गति रही तो जल्द ही विकास खण्ड के 50 ग्राम पंचायतों में अमृत सरोवर के तालाब दिखने लगेंगे, जहां ग्रामीण आजादी के वर्षगांठ पर एकत्रित होकर ध्वजारोहण से लेकर सैर-सपाटे का भी आनंद उठाएंगे। ब्लाॅक के बीडीओ अजय कुमार तिवारी, एपीओ एसपी सिंह गांव में लोगों के साथ बैठक कर जल संरक्षण केउपयोग लायक तालाबों को चिन्हित कर तेजी से कार्य योजना बना रहे हैं। फिलहाल इस समय तो 36 लाख 28 हजार 973 रुपये की लागत से सात अमृत सरोवर तालाब खुदाई से लेकर सुंदरीकरण की चिंता की गई है।
सभी चयनित तालाबों में गंदा पानी न जाए, जरूरत पड़े तो नहर से पानी भरा जाए, इसकी भी चिंता चयन से पहले बखूबी की गई है। इनमें अमोई के खचहा अमृत सरोवर तालाब, मर्चा में आदर्श अमृत सरोवर तालाब, पिउरी के गोढा में अमृत सरोवर तालाब, हड़ौरा के अमृत सरोवर तालाब, रैकरा के अमृत सरोवर तालाब, रामपुर अंतरी के मकुना अमृत सरोवर तालाब, बसही के पीएस के पास अमृत सरोवर तालाब पर कार्य प्रगति पर है। अमृत सरोवर से जल संरक्षण इस ब्लाॅक के लिए वरदान साबित होगा।
ब्लाॅक में पेयजल समस्या वर्ष में चार महीने सभी को परेशान कर देती है। यदि सभी ग्राम पंचायतों में अमृत सरोवर तालाब का निर्माण कर जल संरक्षण किया जाए तो पेयजल संकट से निजात मिल सकती है। खंड विकास अधिकारी अजय कुमार तिवारी ने बताया कि सात अमृत सरोवर तालाबों का चयन कर कार्य प्रगति पर है। सभी तालाबों में जलभराई से लेकर जल को शुद्ध रखने की चिंता बखूबी की गई है।