यूपी में आज से स्कूल और कॉलेज खुल गए हैं। 9वीं से 12वीं तक की पढ़ाई शुरू हो गई है। कोरोना संक्रमण की समीक्षा के बाद शासन ने शनिवार रात ही इस बाबत निर्देश जारी किए थे। सभी स्कूल और डिग्री कॉलेजों को कोविड प्रोटोकॉल के तहत संचालित करने की बात कही गई थी। रविवार को इसे लेकर अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला ने विस्तृत दिशा निर्देश भी जारी कर दिए।
अन्य क्लास में जारी रहेगी ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई
दरअसल, प्रदेश में कोरोना संक्रमण दर में कमी आने के बाद स्कूल खोलने का निर्णय लिया गया है। तीसरी लहर शुरू होने के बाद जनवरी में शिक्षण संस्थानों को बंद कर ऑनलाइन क्लास की व्यवस्था शुरू की गई थी। सरकार ने सोमवार से कक्षा नौ से लेकर इंटरमीडिएट तक के सभी माध्यमिक स्कूल, विश्वविद्यालय और डिग्री कॉलेजों को खोलने का फैसला लिया है। हालांकि, अभी नर्सरी से लेकर 8वीं तक के सभी प्राइमरी स्कूल बंद रहेंगे।
माध्यमिक शिक्षा विभाग ने जारी की डिटेल गाइड लाइन
माध्यमिक शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने रविवार को सभी जनपदों के जिला विद्यालय निरीक्षक समेत शिक्षा निदेशक और मंडलीय शिक्षा निदेशक को पत्र भेजकर डिटेल गाइडलाइन के अनुपालन की भी बात कही।
अपर मुख्य सचिव गृह ने जारी किया था आदेश
ACS होम अवनीश कुमार अवस्थी की ओर से सोमवार से सभी माध्यमिक स्कूलों और विश्वविद्यालय और डिग्री कॉलेजों को खोलने के आदेश जारी कर दिए गए थे। उन्होंने बताया कि कोविड प्रोटोकाल के साथ सोमवार से 9वीं से लेकर इंटरमीडिएट तक के सभी स्कूल और डिग्री कॉलेज खोले जाएंगे। इससे पहले कोरोना के बढ़ते संक्रमण और ओमिक्रॉन वैरिएंट के कारण प्रदेश सकार ने छह फरवरी तक सभी स्कूल और डिग्री कॉलेजों को बंद करने के निर्देश दिए थे। सिर्फ आनलाइन कक्षाएं ही संचालित हो रही थीं।
ये गाइडलाइन हुई हैं जारी
- स्कूल और संस्थान के गेट पर शिक्षकों, कर्मचारियों और स्टूडेंट्स सभी की थर्मल स्कैनिंग की जाएगी।
- स्कूल और कॉलेज परिसर में मास्क पहनना सभी के लिए अनिवार्य होगा।
- ऑफलाइन के साथ ऑनलाइन पढ़ाई का ऑप्शन भी रखना होगा।
- जुकाम, बुखार जैसे लक्षण दिखने पर तत्काल चिकित्सीय सलाह के साथ घर भेजा जाएगा।
- स्कूल में किसी प्रकार के आयोजन के लिए उसमें फिजिकल डिस्टेंसिंग का होना बेहद जरूरी होगा।
- सांस्कृतिक गतिविधियों में कोविड प्रोटोकाल लागू होगा।
- प्रतिदिन सैनिटाइजेशन कराना जरूरी होगा।
- क्लास रूम के अंदर भी फिजिकल डिस्टनेसिंग को लागू करने के निर्देश दिए गए हैं।
- DIOS को यह जिम्मा भी सौंपा गया है कि सभी स्कूलों के टीचर्स, स्टाफ के अलावा 15 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों को शत प्रतिशत वैक्सीनेशन पूरा हो।
- स्कूल वाहन से आने जाने स्टूडेंट्स की सुरक्षा के लिहाज से बस, वैन या अन्य वाहनों को सही तरीके से सैनिटाइज करने की जरूरत है।